Krishnamurti
Nov 01, 1908
12:10:00
Madanapalle
78 E 30
13 N 33
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Krishnamurti एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Krishnamurti की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Krishnamurti अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Krishnamurti में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Krishnamurti जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Krishnamurti संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Krishnamurti को पता लगे कि Krishnamurti का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Krishnamurti तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Krishnamurti के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Krishnamurti के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Krishnamurti के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Krishnamurti सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Krishnamurti अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Krishnamurti को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Krishnamurti को यह मानकर चलना चाहिए कि Krishnamurti को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Krishnamurti वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Krishnamurti सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Krishnamurti के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Krishnamurti को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Krishnamurti को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Krishnamurti को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Krishnamurti को अधिक की उम्मीद रहती है। Krishnamurti के इतने परेशान रहने के कारण Krishnamurti को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Krishnamurti बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Krishnamurti परेशानी महसूस करते हैं। यदि Krishnamurti अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Krishnamurti एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Krishnamurti को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Krishnamurti की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Krishnamurti की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Krishnamurti शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Krishnamurti के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Krishnamurti की कल्पनाशीलता Krishnamurti को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Krishnamurti को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Krishnamurti अध्ययन करने बैठें तो Krishnamurti को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Krishnamurti की स्मरण शक्ति भी Krishnamurti की मदद करे। यदि Krishnamurti मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Krishnamurti अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Krishnamurti अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि Krishnamurti को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो Krishnamurti ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। Krishnamurti सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।