लाल बहादुर शास्त्री
Oct 09, 1904
11:15:00
Varanasi
83 E 0
25 N 20
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को पता लगे कि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को यह मानकर चलना चाहिए कि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को अधिक की उम्मीद रहती है। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के इतने परेशान रहने के कारण లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి परेशानी महसूस करते हैं। यदि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की कल्पनाशीलता లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अध्ययन करने बैठें तो లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की स्मरण शक्ति भी లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की मदद करे। यदि లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి की सफलता में లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए లాల్ బహదూర్ శాస్త్రి अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।