मधुकर दत्तात्रय देवड़ा
Dec 11, 1915
5:15:00
Nagpur
79 E 12
21 N 10
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
मधुकर दत्तात्रय देवड़ा एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण मधुकर दत्तात्रय देवड़ा के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को सही लगता है तो मधुकर दत्तात्रय देवड़ा अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश मधुकर दत्तात्रय देवड़ा परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी मधुकर दत्तात्रय देवड़ा के अन्दर साहस है, मधुकर दत्तात्रय देवड़ा जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को सुख दिला सके और उस सुख से मधुकर दत्तात्रय देवड़ा जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।मधुकर दत्तात्रय देवड़ा एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की शिक्षा की आती है तब भी मधुकर दत्तात्रय देवड़ा ऐसा ही करते हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को परेशान करती हैं। हालांकि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और मधुकर दत्तात्रय देवड़ा लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात मधुकर दत्तात्रय देवड़ा को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। मधुकर दत्तात्रय देवड़ा के लिए आवश्यक है कि मधुकर दत्तात्रय देवड़ा जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
मधुकर दत्तात्रय देवड़ा इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग मधुकर दत्तात्रय देवड़ा की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और मधुकर दत्तात्रय देवड़ा सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।