महादेवी वर्मा
Mar 26, 1907
12:00:00
Farrukhabad
79 E 35
27 N 23
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
महादेवी वर्मा एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, महादेवी वर्मा की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। महादेवी वर्मा अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण महादेवी वर्मा में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण महादेवी वर्मा जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।महादेवी वर्मा संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि महादेवी वर्मा को पता लगे कि महादेवी वर्मा का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो महादेवी वर्मा तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।महादेवी वर्मा के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि महादेवी वर्मा के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। महादेवी वर्मा के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि महादेवी वर्मा सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु महादेवी वर्मा अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः महादेवी वर्मा को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। महादेवी वर्मा को यह मानकर चलना चाहिए कि महादेवी वर्मा को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।महादेवी वर्मा वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। महादेवी वर्मा सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। महादेवी वर्मा के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह महादेवी वर्मा को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन महादेवी वर्मा को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
महादेवी वर्मा वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् महादेवी वर्मा से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। महादेवी वर्मा की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता महादेवी वर्मा को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में महादेवी वर्मा की सहायता करती है। महादेवी वर्मा के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।महादेवी वर्मा लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। महादेवी वर्मा स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में महादेवी वर्मा की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी महादेवी वर्मा का ज्ञान और महादेवी वर्मा की शिक्षा। चाहे महादेवी वर्मा अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना महादेवी वर्मा की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही महादेवी वर्मा को सबसे अलग रखेगी। महादेवी वर्मा को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप महादेवी वर्मा अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। महादेवी वर्मा के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। महादेवी वर्मा को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति महादेवी वर्मा की भूख महादेवी वर्मा को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से महादेवी वर्मा की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी महादेवी वर्मा अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से महादेवी वर्मा की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
महादेवी वर्मा को ऐसा लगता है कि जब महादेवी वर्मा के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग महादेवी वर्मा का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः महादेवी वर्मा वही कार्य करें जो महादेवी वर्मा करना चाहते हैं।