महाराजा छत्रसाल
May 4, 1649
19:00:00
Banda
78 E 59
24 N 1
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
Maharaja Chhatrasal सौन्दर्य-प्रेमी हैं, चाहे वह कला, दर्शनीयस्थल या आकर्षक व्यक्ति ही क्यों न हो। Maharaja Chhatrasal केवल बाह्य सौन्दर्य ही नहीं,अपितु आन्तरिक सौन्दर्य के प्रति भी आकर्षित होते हैं। अच्छा संगीत Maharaja Chhatrasal को पसन्द आता है, किसी व्यक्ति का सच्चरित्र Maharaja Chhatrasal को पसन्द आता है। Maharaja Chhatrasal सामान्य से ऊपर प्रत्येक वस्तुओं के पारखी हैं।दूसरों को खुश करने की Maharaja Chhatrasal के अन्दर नैसर्गिक क्षमता है। Maharaja Chhatrasal परेशान लोेगों को सान्त्वना देना अच्छी तरह से जानते हैं और Maharaja Chhatrasal जानते हैं कि लोगों को अपने Maharaja Chhatrasal से खुश कैसे रखा जाये। यह एक विरला गुण हैं एवं इस कारण संसार में Maharaja Chhatrasal जैसे व्यक्ति कम ही हैं।Maharaja Chhatrasal अन्य लोगों जितने व्यावहारिक नहीं है और Maharaja Chhatrasal समय के भी पाबन्द नहीं हैं।Maharaja Chhatrasal आवश्यकता से अधिक संवेदनशील और जो कि Maharaja Chhatrasal को कभी-कभी परेशानी में डाल देती है परन्तु Maharaja Chhatrasal की खिन्नता लड़ाई-झगड़े के रूप में बाहर नहीं आती है। असामंजस्य से Maharaja Chhatrasal हर कीमत पर दूर रहते हैं। सम्भवतः Maharaja Chhatrasal अपने मन से दुःख को दूर रखते हैं।
Maharaja Chhatrasal साहसी व्यक्ति हैं। Maharaja Chhatrasal इतने आवेगपूर्ण हैं कि Maharaja Chhatrasal के पास भय और चिन्ता के लिये कोई समय नहीं है। इस तरह की समय-समय पर होने वाली घटनाएं Maharaja Chhatrasal को आनंद प्रदान करती हैं। Maharaja Chhatrasal का व्यक्तित्व रुचिपूर्ण होने के कारण लोग Maharaja Chhatrasal का साथ पसन्द करते हैं। Maharaja Chhatrasal एक उत्तम व्यक्तित्व-वाचक व प्राच्य विद्याओं की ओर आकर्षित हैं, जो Maharaja Chhatrasal को जीवन को गहराई से समझने में सहायता करता है। Maharaja Chhatrasal की यह असाधारण दूरदृष्टि Maharaja Chhatrasal को आगे बढ़ने में एवं Maharaja Chhatrasal की सफलता में बाधक कारणों को समझने में Maharaja Chhatrasal की सहायता करती है।Maharaja Chhatrasal के अंतर में स्वाभाविक रुप से अंतर्ज्ञान निहित है। Maharaja Chhatrasal बड़ी ही शीघ्रता से और आसानी से विषयों को समझ सकते हैं और उनके बारे में अपनी राय बना सकते हैं। Maharaja Chhatrasal की यही खूबी Maharaja Chhatrasal को एक उत्तम दर्जे का व्यक्ति बनाती है। Maharaja Chhatrasal के अंतर में दार्शनिकता कूट-कूट कर भरी होने के कारण Maharaja Chhatrasal जीवन को सहज रूप से लेकर आवश्यक कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यही वजह है कि Maharaja Chhatrasal एक से अधिक विषयों में भी पारंगत हो सकते हैं और न्याय व्यवस्था तथा व्यापार के क्षेत्र से संबंधित शिक्षाएं Maharaja Chhatrasal को विशेष रूप से अपनी ओर आकर्षित करेंगी। Maharaja Chhatrasal एक अच्छी संग्रहण क्षमता के स्वामी हैं जिसके परिणाम स्वरूप Maharaja Chhatrasal छोटी से छोटी बात को बड़ी आसानी से सीख जाते हैं और यही बात Maharaja Chhatrasal की शिक्षा पर भी लागू होती है। Maharaja Chhatrasal नियमपूर्वक पढ़ाई करना पसंद करेंगे और इसी से Maharaja Chhatrasal को किसी भी विषय को गहनता से समझने में मदद मिलेगी। Maharaja Chhatrasal की गिनती उच्च दर्जे के विद्वानों में हो सकती है।
बच्चे Maharaja Chhatrasal को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने में अत्यधिक प्रेरणा देते हैं। Maharaja Chhatrasal को उनके प्रति कर्तव्य का अनुभव करना चाहिए। इस प्रेरणा का Maharaja Chhatrasal को पूर्णतः प्रयोग करना चाहिए, लेकिन ये ध्यान रखें कि Maharaja Chhatrasal वही कर रहे हैं जो Maharaja Chhatrasal करना चाहते हैं तथा सिर्फ उन्हें अपने कर्तव्यों के कारण ही नहीं कर रहे हैं।