मनमोहन देसाई
Feb 26, 1937
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
मनमोहन देसाई एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, मनमोहन देसाई की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। मनमोहन देसाई अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण मनमोहन देसाई में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण मनमोहन देसाई जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।मनमोहन देसाई संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि मनमोहन देसाई को पता लगे कि मनमोहन देसाई का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो मनमोहन देसाई तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।मनमोहन देसाई के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि मनमोहन देसाई के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। मनमोहन देसाई के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि मनमोहन देसाई सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु मनमोहन देसाई अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः मनमोहन देसाई को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। मनमोहन देसाई को यह मानकर चलना चाहिए कि मनमोहन देसाई को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।मनमोहन देसाई वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। मनमोहन देसाई सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। मनमोहन देसाई के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह मनमोहन देसाई को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन मनमोहन देसाई को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
मनमोहन देसाई वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् मनमोहन देसाई से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। मनमोहन देसाई की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता मनमोहन देसाई को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में मनमोहन देसाई की सहायता करती है। मनमोहन देसाई के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।मनमोहन देसाई लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। मनमोहन देसाई स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में मनमोहन देसाई की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी मनमोहन देसाई का ज्ञान और मनमोहन देसाई की शिक्षा। चाहे मनमोहन देसाई अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना मनमोहन देसाई की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही मनमोहन देसाई को सबसे अलग रखेगी। मनमोहन देसाई को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप मनमोहन देसाई अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। मनमोहन देसाई के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। मनमोहन देसाई को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति मनमोहन देसाई की भूख मनमोहन देसाई को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से मनमोहन देसाई की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी मनमोहन देसाई अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से मनमोहन देसाई की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
मनमोहन देसाई के माता-पिता मनमोहन देसाई के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये मनमोहन देसाई को प्रभावित करते हैं। मनमोहन देसाई जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। मनमोहन देसाई अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।