मार्क स्मिथ
May 17, 1956
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संदर्भ (स.)
Mark Smith के कुछ हद तक दार्शनिक चरित्र के हैं। Mark Smith एक विशाल हृदय वाले व्यक्ति हैं हालांकि थोड़े से मुंहफट भी हैं। Mark Smith काफी हद तक आत्मसम्मान के प्रति सचेत हैं और जो लोग Mark Smith के इस चारित्रिक गुण को समझते हैं, वे Mark Smith के अच्छे मित्र होते हैं।Mark Smith उच्च आदर्श रखते हैं, जिन्हें प्रायः वास्तविकता के धरातल पर नहीं उतारा जा सकता। परन्तु जब Mark Smith इसमें विफल होकर निराश हो जाते हैं तो Mark Smith इसी कारण अत्यन्त हीे व्यग्र हो जाते हैं, इसलिये Mark Smith समय से पूर्व ही कार्य के प्रति उदासीन हो जाते हैं। परिणामस्वरूप, Mark Smith जीवन में न तो सफलता और न ही प्रसन्नता, आराम की प्राप्ति कर पाते हैं, जो कि Mark Smith के गुणों को देखते हुए प्राप्त होनी चाहिए।Mark Smith जनता के समक्ष अपने Mark Smith को अभिव्यक्त करना जानते हैं और भगवान ने Mark Smith को प्रसन्नमुखी होने का वरदान दिया है। हंसमुख होने के कारण Mark Smith के अनेक मित्र हैं और Mark Smith उनका समय-समय पर मनोरंजन करते रहते हैं। Mark Smith के ऊपर Mark Smith के दोस्तों का प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन यह नितान्त आवश्यक है कि Mark Smith बुद्धिमत्तापूर्ण अपने मित्रों को चुनें।Mark Smith की विफलता का सबसे बड़ा कारण यह है कि Mark Smith बहुआयामी हैं, जिस कारणवश Mark Smith की शक्ति बहुत सी दिशाओं मेें विभक्त हो जाती है। कृपया एक ही दिशा में विचारपूर्वक कार्य करें, जिससे Mark Smith को अत्यन्त प्रसन्नता और लाभ प्राप्त होगा।
Mark Smith वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् Mark Smith से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। Mark Smith की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता Mark Smith को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में Mark Smith की सहायता करती है। Mark Smith के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।Mark Smith लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। Mark Smith स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में Mark Smith की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी Mark Smith का ज्ञान और Mark Smith की शिक्षा। चाहे Mark Smith अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना Mark Smith की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही Mark Smith को सबसे अलग रखेगी। Mark Smith को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप Mark Smith अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। Mark Smith के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। Mark Smith को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति Mark Smith की भूख Mark Smith को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से Mark Smith की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी Mark Smith अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से Mark Smith की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
Mark Smith दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण Mark Smith विरोध के पात्र बन जाते हैं। Mark Smith के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप Mark Smith लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।