मिस्बाह-उल-हक
May 28, 1974
12:0:0
Mianwali
71 E 28
32 N 38
5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Misbah-ul-haq एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Misbah-ul-haq की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Misbah-ul-haq अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Misbah-ul-haq में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Misbah-ul-haq जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Misbah-ul-haq संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Misbah-ul-haq को पता लगे कि Misbah-ul-haq का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Misbah-ul-haq तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Misbah-ul-haq के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Misbah-ul-haq के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Misbah-ul-haq के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Misbah-ul-haq सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Misbah-ul-haq अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Misbah-ul-haq को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Misbah-ul-haq को यह मानकर चलना चाहिए कि Misbah-ul-haq को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Misbah-ul-haq वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Misbah-ul-haq सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Misbah-ul-haq के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Misbah-ul-haq को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Misbah-ul-haq को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण Misbah-ul-haq अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। Misbah-ul-haq व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में Misbah-ul-haq ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और Misbah-ul-haq को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।Misbah-ul-haq के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से Misbah-ul-haq किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि Misbah-ul-haq उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी Misbah-ul-haq को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। Misbah-ul-haq अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना Misbah-ul-haq को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर Misbah-ul-haq अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है Misbah-ul-haq को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से Misbah-ul-haq की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण Misbah-ul-haq अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार Misbah-ul-haq को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना Misbah-ul-haq उम्मीद करते हैं, लेकिन Misbah-ul-haq के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही Misbah-ul-haq को जीवन में सफल बनाएगी।
Misbah-ul-haq अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि Misbah-ul-haq को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो Misbah-ul-haq ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। Misbah-ul-haq सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।