मोहनलाल
May 21, 1960
4:30:0
Pathanamthitta
76 E 40
9 N 19
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
मोहनलाल एक ऐसे इन्सान हैं जिसके लिये आराम एवं सुख सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। हांलाकि इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि इनके लिये मोहनलाल अपने कर्तव्यों का पालन ढीक ठंग से नहीं करते। इसके विपरीत मोहनलाल यह जानते हुए कि केवल ऐसा करके ही मोहनलाल इन्हे प्राप्त कर सकते हैं, मोहनलाल मेहनत से सारे कार्य करते हैं।मोहनलाल को दूसरों का साथ पसन्द है और जब अकेले होते हैं तो खुश नहीं होते हैं। परिणामस्वरूप, मोहनलाल मित्र खोजते हैं और उसकी महत्ता भी समझते हैं।मोहनलाल एक सक्षम व्यक्ति हैं और कार्यकुशलता की प्रशंसा करते हैं। मोहनलाल को अपने विरोधियों से ऊपर उठने के लिये कठिन परिश्रम करना पड़ता है। मोहनलाल आर्थिक मामलों मे चतुर हैं।हांलाकि मोहनलाल पुरानी एवं परखी हुइ वस्तुओं के प्रशंसक हैं लेकिन नई वस्तुओं को भी पर्याप्त मौका देते हैं। मोहनलाल सहृद व्यक्ति हैं और बच्चों के प्रति अपने प्यार के लिये जाने जाते हैं।
मोहनलाल की भावनाएं और विचार सुसामंजस्यपूर्ण हैं, जो कि वास्तविकता पर मोहनलाल की पकड़ मजबूत बनाते हैं। मोहनलाल बहुत व्यावहारिक हैं, स्वयं को समझ सकते हैं एवं मोहनलाल जो कहना चाहते हैं, युक्तिपूर्ण तरीके से कह सकते हैं। मोहनलाल अपनी अन्तः प्रकृति में झांककर अपने अन्दर छुपे असंतोष के कारण को देख सकते हैं व उसे व्यक्त भी कर सकते हैं। हांलाकि मोहनलाल व्यर्थ की चिंता करते हैं, इधर-उधर की बातों में समय नष्ट करते हैं और स्वयं के लिये भी दूसरों के समान ही आलोचक होते हैं।मोहनलाल एक मेहनती और कुशाग्र बुद्धि के स्वामी हैं और मोहनलाल जो प्राप्त करना चाहते हैं उसके लिए मोहनलाल परिश्रम करेंगे और किसी भी हद तक मेहनत कर सकते हैं। मोहनलाल की तीव्र बुद्धि मोहनलाल को अपने क्षेत्र में सबसे आगे रखेगी और मेहनत के कारण मोहनलाल हर विषय में पारंगत हो जाएंगे। मोहनलाल को शास्त्रों में भी रुचि होगी और जीवन की सच्चाई से जुड़े विषय भी मोहनलाल को अपनी ओर खींचेंगे। मोहनलाल अपने जीवन में सभी सुखों को प्राप्त कर एक अच्छा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं और मोहनलाल जानते हैं कि उसके लिए क्या-क्या आवश्यक है। इसी वजह से मोहनलाल अपनी शिक्षा को ही बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और मोहनलाल की मेहनत मोहनलाल को आगे बढ़ाएगी। कभी-कभी मोहनलाल क्रोध में आकर अपना ही नुकसान कर बैठते हैं, शिक्षा के मामले में मोहनलाल को इससे बचकर रहना होगा क्योंकि एकाग्रता खोने के कारण मोहनलाल को समस्या हो सकती है। हालांकि मोहनलाल का तेज दिमाग मोहनलाल को सिरमौर बनाएगा।
मोहनलाल दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण मोहनलाल विरोध के पात्र बन जाते हैं। मोहनलाल के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप मोहनलाल लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।