नवजोत सिंह सिद्धू
Oct 20, 1963
12:00:00
Patiala
76 E 24
30 N 19
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
नवजोत सिंह सिद्धू क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव नवजोत सिंह सिद्धू के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल नवजोत सिंह सिद्धू अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। नवजोत सिंह सिद्धू के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।नवजोत सिंह सिद्धू मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। नवजोत सिंह सिद्धू नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि नवजोत सिंह सिद्धू ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। नवजोत सिंह सिद्धू अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ नवजोत सिंह सिद्धू का व्यवहार नवजोत सिंह सिद्धू की सबसे बड़ी कमजोरी है। नवजोत सिंह सिद्धू अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग नवजोत सिंह सिद्धू की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, नवजोत सिंह सिद्धू उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे नवजोत सिंह सिद्धू प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
नवजोत सिंह सिद्धू को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और नवजोत सिंह सिद्धू को अधिक की उम्मीद रहती है। नवजोत सिंह सिद्धू के इतने परेशान रहने के कारण नवजोत सिंह सिद्धू को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। नवजोत सिंह सिद्धू बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में नवजोत सिंह सिद्धू परेशानी महसूस करते हैं। यदि नवजोत सिंह सिद्धू अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।नवजोत सिंह सिद्धू एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना नवजोत सिंह सिद्धू को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव नवजोत सिंह सिद्धू की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण नवजोत सिंह सिद्धू की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही नवजोत सिंह सिद्धू शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और नवजोत सिंह सिद्धू की कल्पनाशीलता नवजोत सिंह सिद्धू को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि नवजोत सिंह सिद्धू को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब नवजोत सिंह सिद्धू अध्ययन करने बैठें तो नवजोत सिंह सिद्धू को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और नवजोत सिंह सिद्धू की स्मरण शक्ति भी नवजोत सिंह सिद्धू की मदद करे। यदि नवजोत सिंह सिद्धू मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, नवजोत सिंह सिद्धू अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
नवजोत सिंह सिद्धू दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण नवजोत सिंह सिद्धू विरोध के पात्र बन जाते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप नवजोत सिंह सिद्धू लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।