पोप जॉन XXIII
Nov 25, 1881
9:25:00
Sotto Il Monte
12 E 17
45 N 13
1
Web
संदर्भ (स.)
सहानुभूति और आतिथ्य जैस गुण मिलकर पोप जॉन Xxiii के चरित्र को अद्भुत बनाते हैं। पोप जॉन Xxiii के अन्दर दूसरों को प्रसन्न रखने की तीव्र इच्छा है। कोई भी गुण इससे बड़ा नहीं हो सकता परन्तु इसकी अधिकता ठीक नहीं है। दूसरों के लिये पोप जॉन Xxiii अपना अत्यधिक समय और धन खर्च करते हैं।पोप जॉन Xxiii का व्यक्तित्व सांस्कृतिक हैं। उच्चस्तरीय साहित्य और कलात्मक कार्यों के प्रति पोप जॉन Xxiii का रुझान है। यद्यपि पोप जॉन Xxiii का व्यावसायिक दृष्टिकोण पोप जॉन Xxiii को इनसे दूर रखने की कोशिश करता है।धन के प्रति पोप जॉन Xxiii का विशिष्ट दृष्टिकोण है। कभी-कभी पोप जॉन Xxiii आवश्यक वस्तुओं पर भी खर्च नहीं करते हैं तो कभी-कभी पोप जॉन Xxiii मुक्त-हस्त खर्च करते जाते हैं। पोप जॉन Xxiii हमेशा ही सामाजिक कार्यों में मदद करते हैं। विशेष परिस्थितियों में कुछ रुपयों को बचाने की खातिर पोप जॉन Xxiii स्वयं को मुसीबत में डाल देते हैं।ाीघ्र प्रभावित होना पोप जॉन Xxiii की सबसे बड़ी कमजोरी है। पोप जॉन Xxiii अपने कानों पर जरूरत से ज्यादा ही विश्वास करते हैं। अनैतिक लोग पोप जॉन Xxiii की इस कमजोरी को तुरन्त जान जाते हैं और वक्त-जरूरत इसका अनुचित लाभ उठाते हैं। अतः पोप जॉन Xxiii ऐसे लोगों से सदैव सचेत रहें जो कि पोप जॉन Xxiii के मित्र बनकर पोप जॉन Xxiii के पास आते हैं।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण पोप जॉन Xxiii अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। पोप जॉन Xxiii व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में पोप जॉन Xxiii ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और पोप जॉन Xxiii को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।पोप जॉन Xxiii के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से पोप जॉन Xxiii किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि पोप जॉन Xxiii उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी पोप जॉन Xxiii को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। पोप जॉन Xxiii अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना पोप जॉन Xxiii को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर पोप जॉन Xxiii अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है पोप जॉन Xxiii को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से पोप जॉन Xxiii की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण पोप जॉन Xxiii अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार पोप जॉन Xxiii को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना पोप जॉन Xxiii उम्मीद करते हैं, लेकिन पोप जॉन Xxiii के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही पोप जॉन Xxiii को जीवन में सफल बनाएगी।
पोप जॉन Xxiii अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि पोप जॉन Xxiii को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो पोप जॉन Xxiii ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। पोप जॉन Xxiii सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।