पोरीका बलराम नाइक
Jun 6, 1964
12:00:00
Mahabubabad
80 E 2
17 N 40
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
पोरिका बलराम नाईक एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, पोरिका बलराम नाईक की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। पोरिका बलराम नाईक अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण पोरिका बलराम नाईक में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण पोरिका बलराम नाईक जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।पोरिका बलराम नाईक संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि पोरिका बलराम नाईक को पता लगे कि पोरिका बलराम नाईक का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो पोरिका बलराम नाईक तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।पोरिका बलराम नाईक के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि पोरिका बलराम नाईक के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। पोरिका बलराम नाईक के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि पोरिका बलराम नाईक सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु पोरिका बलराम नाईक अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः पोरिका बलराम नाईक को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। पोरिका बलराम नाईक को यह मानकर चलना चाहिए कि पोरिका बलराम नाईक को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।पोरिका बलराम नाईक वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। पोरिका बलराम नाईक सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। पोरिका बलराम नाईक के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह पोरिका बलराम नाईक को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन पोरिका बलराम नाईक को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
पोरिका बलराम नाईक को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और पोरिका बलराम नाईक को अधिक की उम्मीद रहती है। पोरिका बलराम नाईक के इतने परेशान रहने के कारण पोरिका बलराम नाईक को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। पोरिका बलराम नाईक बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में पोरिका बलराम नाईक परेशानी महसूस करते हैं। यदि पोरिका बलराम नाईक अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।पोरिका बलराम नाईक एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना पोरिका बलराम नाईक को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव पोरिका बलराम नाईक की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण पोरिका बलराम नाईक की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही पोरिका बलराम नाईक शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। पोरिका बलराम नाईक के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और पोरिका बलराम नाईक की कल्पनाशीलता पोरिका बलराम नाईक को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि पोरिका बलराम नाईक को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब पोरिका बलराम नाईक अध्ययन करने बैठें तो पोरिका बलराम नाईक को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और पोरिका बलराम नाईक की स्मरण शक्ति भी पोरिका बलराम नाईक की मदद करे। यदि पोरिका बलराम नाईक मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, पोरिका बलराम नाईक अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
पोरिका बलराम नाईक अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से पोरिका बलराम नाईक को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो पोरिका बलराम नाईक उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। पोरिका बलराम नाईक का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही पोरिका बलराम नाईक के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।