प्रशांत भूषण
Oct 15, 1956
12:0:0
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Prashant Bhushan एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Prashant Bhushan की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Prashant Bhushan अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Prashant Bhushan में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Prashant Bhushan जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Prashant Bhushan संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Prashant Bhushan को पता लगे कि Prashant Bhushan का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Prashant Bhushan तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Prashant Bhushan के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Prashant Bhushan के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Prashant Bhushan के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Prashant Bhushan सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Prashant Bhushan अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Prashant Bhushan को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Prashant Bhushan को यह मानकर चलना चाहिए कि Prashant Bhushan को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Prashant Bhushan वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Prashant Bhushan सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Prashant Bhushan के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Prashant Bhushan को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Prashant Bhushan को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Prashant Bhushan को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Prashant Bhushan को अधिक की उम्मीद रहती है। Prashant Bhushan के इतने परेशान रहने के कारण Prashant Bhushan को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Prashant Bhushan बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Prashant Bhushan परेशानी महसूस करते हैं। यदि Prashant Bhushan अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Prashant Bhushan एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Prashant Bhushan को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Prashant Bhushan की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Prashant Bhushan की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Prashant Bhushan शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Prashant Bhushan के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Prashant Bhushan की कल्पनाशीलता Prashant Bhushan को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Prashant Bhushan को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Prashant Bhushan अध्ययन करने बैठें तो Prashant Bhushan को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Prashant Bhushan की स्मरण शक्ति भी Prashant Bhushan की मदद करे। यदि Prashant Bhushan मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Prashant Bhushan अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Prashant Bhushan इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग Prashant Bhushan की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और Prashant Bhushan सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।