पुसरला वेंकट सिंधु
Jul 5, 1995
12:0:0
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
पुष्ला वेंकट सिंधु एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, पुष्ला वेंकट सिंधु की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। पुष्ला वेंकट सिंधु अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण पुष्ला वेंकट सिंधु में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण पुष्ला वेंकट सिंधु जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।पुष्ला वेंकट सिंधु संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि पुष्ला वेंकट सिंधु को पता लगे कि पुष्ला वेंकट सिंधु का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो पुष्ला वेंकट सिंधु तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।पुष्ला वेंकट सिंधु के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि पुष्ला वेंकट सिंधु के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। पुष्ला वेंकट सिंधु के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि पुष्ला वेंकट सिंधु सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु पुष्ला वेंकट सिंधु अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः पुष्ला वेंकट सिंधु को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। पुष्ला वेंकट सिंधु को यह मानकर चलना चाहिए कि पुष्ला वेंकट सिंधु को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।पुष्ला वेंकट सिंधु वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। पुष्ला वेंकट सिंधु सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। पुष्ला वेंकट सिंधु के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह पुष्ला वेंकट सिंधु को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन पुष्ला वेंकट सिंधु को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
पुष्ला वेंकट सिंधु वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् पुष्ला वेंकट सिंधु से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। पुष्ला वेंकट सिंधु की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता पुष्ला वेंकट सिंधु को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में पुष्ला वेंकट सिंधु की सहायता करती है। पुष्ला वेंकट सिंधु के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।पुष्ला वेंकट सिंधु लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। पुष्ला वेंकट सिंधु स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में पुष्ला वेंकट सिंधु की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी पुष्ला वेंकट सिंधु का ज्ञान और पुष्ला वेंकट सिंधु की शिक्षा। चाहे पुष्ला वेंकट सिंधु अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना पुष्ला वेंकट सिंधु की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही पुष्ला वेंकट सिंधु को सबसे अलग रखेगी। पुष्ला वेंकट सिंधु को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप पुष्ला वेंकट सिंधु अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। पुष्ला वेंकट सिंधु के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। पुष्ला वेंकट सिंधु को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति पुष्ला वेंकट सिंधु की भूख पुष्ला वेंकट सिंधु को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से पुष्ला वेंकट सिंधु की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी पुष्ला वेंकट सिंधु अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से पुष्ला वेंकट सिंधु की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
पुष्ला वेंकट सिंधु अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि पुष्ला वेंकट सिंधु को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो पुष्ला वेंकट सिंधु ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। पुष्ला वेंकट सिंधु सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।