रहीमतुल्ला एम सयानी
Apr 5, 1847
12:00:00
Kutch
69 E 46
23 N 45
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
राहिमतुल्ला एम. सयानी एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, राहिमतुल्ला एम. सयानी की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। राहिमतुल्ला एम. सयानी अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण राहिमतुल्ला एम. सयानी में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण राहिमतुल्ला एम. सयानी जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।राहिमतुल्ला एम. सयानी संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि राहिमतुल्ला एम. सयानी को पता लगे कि राहिमतुल्ला एम. सयानी का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो राहिमतुल्ला एम. सयानी तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।राहिमतुल्ला एम. सयानी के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि राहिमतुल्ला एम. सयानी के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। राहिमतुल्ला एम. सयानी के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि राहिमतुल्ला एम. सयानी सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु राहिमतुल्ला एम. सयानी अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः राहिमतुल्ला एम. सयानी को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। राहिमतुल्ला एम. सयानी को यह मानकर चलना चाहिए कि राहिमतुल्ला एम. सयानी को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।राहिमतुल्ला एम. सयानी वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। राहिमतुल्ला एम. सयानी सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। राहिमतुल्ला एम. सयानी के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह राहिमतुल्ला एम. सयानी को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन राहिमतुल्ला एम. सयानी को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
राहिमतुल्ला एम. सयानी को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और राहिमतुल्ला एम. सयानी को अधिक की उम्मीद रहती है। राहिमतुल्ला एम. सयानी के इतने परेशान रहने के कारण राहिमतुल्ला एम. सयानी को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। राहिमतुल्ला एम. सयानी बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में राहिमतुल्ला एम. सयानी परेशानी महसूस करते हैं। यदि राहिमतुल्ला एम. सयानी अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।राहिमतुल्ला एम. सयानी एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना राहिमतुल्ला एम. सयानी को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव राहिमतुल्ला एम. सयानी की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण राहिमतुल्ला एम. सयानी की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही राहिमतुल्ला एम. सयानी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। राहिमतुल्ला एम. सयानी के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और राहिमतुल्ला एम. सयानी की कल्पनाशीलता राहिमतुल्ला एम. सयानी को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि राहिमतुल्ला एम. सयानी को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब राहिमतुल्ला एम. सयानी अध्ययन करने बैठें तो राहिमतुल्ला एम. सयानी को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और राहिमतुल्ला एम. सयानी की स्मरण शक्ति भी राहिमतुल्ला एम. सयानी की मदद करे। यदि राहिमतुल्ला एम. सयानी मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, राहिमतुल्ला एम. सयानी अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
राहिमतुल्ला एम. सयानी की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि राहिमतुल्ला एम. सयानी को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु राहिमतुल्ला एम. सयानी का ऐसा सोचना सही नहीे है, राहिमतुल्ला एम. सयानी उस दिशा में तभी जाएं यदि राहिमतुल्ला एम. सयानी को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।