रणधीर कपूर
Feb 15, 1947
12:00:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
రణధీర్ కపూర్ एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, రణధీర్ కపూర్ की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। రణధీర్ కపూర్ अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण రణధీర్ కపూర్ में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण రణధీర్ కపూర్ जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।రణధీర్ కపూర్ संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि రణధీర్ కపూర్ को पता लगे कि రణధీర్ కపూర్ का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो రణధీర్ కపూర్ तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।రణధీర్ కపూర్ के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि రణధీర్ కపూర్ के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। రణధీర్ కపూర్ के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि రణధీర్ కపూర్ सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु రణధీర్ కపూర్ अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः రణధీర్ కపూర్ को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। రణధీర్ కపూర్ को यह मानकर चलना चाहिए कि రణధీర్ కపూర్ को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।రణధీర్ కపూర్ वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। రణధీర్ కపూర్ सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। రణధీర్ కపూర్ के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह రణధీర్ కపూర్ को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन రణధీర్ కపూర్ को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
రణధీర్ కపూర్ को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और రణధీర్ కపూర్ को अधिक की उम्मीद रहती है। రణధీర్ కపూర్ के इतने परेशान रहने के कारण రణధీర్ కపూర్ को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। రణధీర్ కపూర్ बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में రణధీర్ కపూర్ परेशानी महसूस करते हैं। यदि రణధీర్ కపూర్ अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।రణధీర్ కపూర్ एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना రణధీర్ కపూర్ को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव రణధీర్ కపూర్ की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण రణధీర్ కపూర్ की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही రణధీర్ కపూర్ शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। రణధీర్ కపూర్ के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और రణధీర్ కపూర్ की कल्पनाशीलता రణధీర్ కపూర్ को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि రణధీర్ కపూర్ को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब రణధీర్ కపూర్ अध्ययन करने बैठें तो రణధీర్ కపూర్ को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और రణధీర్ కపూర్ की स्मरण शक्ति भी రణధీర్ కపూర్ की मदद करे। यदि రణధీర్ కపూర్ मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, రణధీర్ కపూర్ अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
लोग यह कहते हैं कि हर सफल व्यक्ति के पीछे उससे प्रेम करने वाले का हाथ होता है, यह कहावत రణధీర్ కపూర్ पर पूर्णतः चरितार्थ होती है। రణధీర్ కపూర్ का जीवनसाथी రణధీర్ కపూర్ के उद्देश्य प्राप्ति में రణధీర్ కపూర్ को प्रेरित करेगा।