रुद्र प्रताप सिंह
Dec 6, 1985
12:00:00
Purebala
81 E 11
26 N 56
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Rudra Pratap Singh एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Rudra Pratap Singh की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Rudra Pratap Singh अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Rudra Pratap Singh में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Rudra Pratap Singh जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Rudra Pratap Singh संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Rudra Pratap Singh को पता लगे कि Rudra Pratap Singh का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Rudra Pratap Singh तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Rudra Pratap Singh के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Rudra Pratap Singh के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Rudra Pratap Singh के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Rudra Pratap Singh सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Rudra Pratap Singh अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Rudra Pratap Singh को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Rudra Pratap Singh को यह मानकर चलना चाहिए कि Rudra Pratap Singh को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Rudra Pratap Singh वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Rudra Pratap Singh सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Rudra Pratap Singh के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Rudra Pratap Singh को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Rudra Pratap Singh को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Rudra Pratap Singh को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Rudra Pratap Singh को अधिक की उम्मीद रहती है। Rudra Pratap Singh के इतने परेशान रहने के कारण Rudra Pratap Singh को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Rudra Pratap Singh बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Rudra Pratap Singh परेशानी महसूस करते हैं। यदि Rudra Pratap Singh अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Rudra Pratap Singh एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Rudra Pratap Singh को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Rudra Pratap Singh की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Rudra Pratap Singh की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Rudra Pratap Singh शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Rudra Pratap Singh के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Rudra Pratap Singh की कल्पनाशीलता Rudra Pratap Singh को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Rudra Pratap Singh को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Rudra Pratap Singh अध्ययन करने बैठें तो Rudra Pratap Singh को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Rudra Pratap Singh की स्मरण शक्ति भी Rudra Pratap Singh की मदद करे। यदि Rudra Pratap Singh मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Rudra Pratap Singh अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Rudra Pratap Singh अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से Rudra Pratap Singh को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो Rudra Pratap Singh उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। Rudra Pratap Singh का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही Rudra Pratap Singh के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।