रुक्मिणी देवी अरुंडेल
Feb 29, 1904
12:20:32
Madurai
78 E 10
9 N 58
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
रुक्मिणी देवी अरुंदळे एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, रुक्मिणी देवी अरुंदळे की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। रुक्मिणी देवी अरुंदळे अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण रुक्मिणी देवी अरुंदळे में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण रुक्मिणी देवी अरुंदळे जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।रुक्मिणी देवी अरुंदळे संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि रुक्मिणी देवी अरुंदळे को पता लगे कि रुक्मिणी देवी अरुंदळे का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो रुक्मिणी देवी अरुंदळे तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।रुक्मिणी देवी अरुंदळे के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि रुक्मिणी देवी अरुंदळे के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। रुक्मिणी देवी अरुंदळे के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि रुक्मिणी देवी अरुंदळे सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु रुक्मिणी देवी अरुंदळे अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः रुक्मिणी देवी अरुंदळे को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। रुक्मिणी देवी अरुंदळे को यह मानकर चलना चाहिए कि रुक्मिणी देवी अरुंदळे को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।रुक्मिणी देवी अरुंदळे वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। रुक्मिणी देवी अरुंदळे सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। रुक्मिणी देवी अरुंदळे के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह रुक्मिणी देवी अरुंदळे को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन रुक्मिणी देवी अरुंदळे को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
रुक्मिणी देवी अरुंदळे वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् रुक्मिणी देवी अरुंदळे से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। रुक्मिणी देवी अरुंदळे की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता रुक्मिणी देवी अरुंदळे को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में रुक्मिणी देवी अरुंदळे की सहायता करती है। रुक्मिणी देवी अरुंदळे के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।रुक्मिणी देवी अरुंदळे लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। रुक्मिणी देवी अरुंदळे स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में रुक्मिणी देवी अरुंदळे की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी रुक्मिणी देवी अरुंदळे का ज्ञान और रुक्मिणी देवी अरुंदळे की शिक्षा। चाहे रुक्मिणी देवी अरुंदळे अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना रुक्मिणी देवी अरुंदळे की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही रुक्मिणी देवी अरुंदळे को सबसे अलग रखेगी। रुक्मिणी देवी अरुंदळे को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप रुक्मिणी देवी अरुंदळे अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। रुक्मिणी देवी अरुंदळे के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। रुक्मिणी देवी अरुंदळे को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति रुक्मिणी देवी अरुंदळे की भूख रुक्मिणी देवी अरुंदळे को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से रुक्मिणी देवी अरुंदळे की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी रुक्मिणी देवी अरुंदळे अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से रुक्मिणी देवी अरुंदळे की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
रुक्मिणी देवी अरुंदळे इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग रुक्मिणी देवी अरुंदळे की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और रुक्मिणी देवी अरुंदळे सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।