एस गांधीसेल्वम
Jun 2, 1963
12:00:00
Namakkal
78 E 10
11 N 12
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
एस. गांधीजीवन एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, एस. गांधीजीवन की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। एस. गांधीजीवन अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण एस. गांधीजीवन में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण एस. गांधीजीवन जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।एस. गांधीजीवन संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि एस. गांधीजीवन को पता लगे कि एस. गांधीजीवन का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो एस. गांधीजीवन तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।एस. गांधीजीवन के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि एस. गांधीजीवन के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। एस. गांधीजीवन के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि एस. गांधीजीवन सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु एस. गांधीजीवन अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः एस. गांधीजीवन को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। एस. गांधीजीवन को यह मानकर चलना चाहिए कि एस. गांधीजीवन को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।एस. गांधीजीवन वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। एस. गांधीजीवन सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। एस. गांधीजीवन के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह एस. गांधीजीवन को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन एस. गांधीजीवन को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
एस. गांधीजीवन वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् एस. गांधीजीवन से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। एस. गांधीजीवन की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता एस. गांधीजीवन को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में एस. गांधीजीवन की सहायता करती है। एस. गांधीजीवन के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।एस. गांधीजीवन लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। एस. गांधीजीवन स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में एस. गांधीजीवन की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी एस. गांधीजीवन का ज्ञान और एस. गांधीजीवन की शिक्षा। चाहे एस. गांधीजीवन अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना एस. गांधीजीवन की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही एस. गांधीजीवन को सबसे अलग रखेगी। एस. गांधीजीवन को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप एस. गांधीजीवन अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। एस. गांधीजीवन के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। एस. गांधीजीवन को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति एस. गांधीजीवन की भूख एस. गांधीजीवन को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से एस. गांधीजीवन की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी एस. गांधीजीवन अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से एस. गांधीजीवन की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
एस. गांधीजीवन को ऐसा लगता है कि जब एस. गांधीजीवन के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग एस. गांधीजीवन का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः एस. गांधीजीवन वही कार्य करें जो एस. गांधीजीवन करना चाहते हैं।