एस एम कृष्णा
May 1, 1932
12:00:00
Somanahalli
76 E 37
12 N 18
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
S. M. Krishna एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, S. M. Krishna की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। S. M. Krishna अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण S. M. Krishna में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण S. M. Krishna जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।S. M. Krishna संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि S. M. Krishna को पता लगे कि S. M. Krishna का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो S. M. Krishna तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।S. M. Krishna के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि S. M. Krishna के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। S. M. Krishna के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि S. M. Krishna सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु S. M. Krishna अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः S. M. Krishna को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। S. M. Krishna को यह मानकर चलना चाहिए कि S. M. Krishna को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।S. M. Krishna वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। S. M. Krishna सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। S. M. Krishna के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह S. M. Krishna को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन S. M. Krishna को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
S. M. Krishna वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् S. M. Krishna से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। S. M. Krishna की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता S. M. Krishna को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में S. M. Krishna की सहायता करती है। S. M. Krishna के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।S. M. Krishna लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। S. M. Krishna स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में S. M. Krishna की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी S. M. Krishna का ज्ञान और S. M. Krishna की शिक्षा। चाहे S. M. Krishna अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना S. M. Krishna की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही S. M. Krishna को सबसे अलग रखेगी। S. M. Krishna को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप S. M. Krishna अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। S. M. Krishna के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। S. M. Krishna को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति S. M. Krishna की भूख S. M. Krishna को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से S. M. Krishna की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी S. M. Krishna अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से S. M. Krishna की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
S. M. Krishna अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से S. M. Krishna को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो S. M. Krishna उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। S. M. Krishna का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही S. M. Krishna के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।