संग्राम सिंह
Jan 1, 1985
12:0:0
Rohtak
76 E 38
28 N 54
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संग्राम सिंह एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, संग्राम सिंह की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। संग्राम सिंह अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण संग्राम सिंह में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण संग्राम सिंह जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।संग्राम सिंह संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि संग्राम सिंह को पता लगे कि संग्राम सिंह का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो संग्राम सिंह तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।संग्राम सिंह के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि संग्राम सिंह के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। संग्राम सिंह के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि संग्राम सिंह सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु संग्राम सिंह अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः संग्राम सिंह को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। संग्राम सिंह को यह मानकर चलना चाहिए कि संग्राम सिंह को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।संग्राम सिंह वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। संग्राम सिंह सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। संग्राम सिंह के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह संग्राम सिंह को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन संग्राम सिंह को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
संग्राम सिंह वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् संग्राम सिंह से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। संग्राम सिंह की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता संग्राम सिंह को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में संग्राम सिंह की सहायता करती है। संग्राम सिंह के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।संग्राम सिंह लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। संग्राम सिंह स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में संग्राम सिंह की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी संग्राम सिंह का ज्ञान और संग्राम सिंह की शिक्षा। चाहे संग्राम सिंह अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना संग्राम सिंह की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही संग्राम सिंह को सबसे अलग रखेगी। संग्राम सिंह को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप संग्राम सिंह अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। संग्राम सिंह के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। संग्राम सिंह को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति संग्राम सिंह की भूख संग्राम सिंह को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से संग्राम सिंह की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी संग्राम सिंह अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से संग्राम सिंह की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
संग्राम सिंह को ऐसा लगता है कि जब संग्राम सिंह के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग संग्राम सिंह का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः संग्राम सिंह वही कार्य करें जो संग्राम सिंह करना चाहते हैं।