संजय गांधी
Dec 14, 1946
9:27:00
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Lagna Phal (Garg)
संदर्भ (स.)
Sanjay Gandhi क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। Sanjay Gandhi हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। Sanjay Gandhi के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव Sanjay Gandhi के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल Sanjay Gandhi अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। Sanjay Gandhi के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।Sanjay Gandhi मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। Sanjay Gandhi नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। Sanjay Gandhi संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि Sanjay Gandhi ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। Sanjay Gandhi अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ Sanjay Gandhi का व्यवहार Sanjay Gandhi की सबसे बड़ी कमजोरी है। Sanjay Gandhi अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग Sanjay Gandhi की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, Sanjay Gandhi उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। Sanjay Gandhi को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे Sanjay Gandhi प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण Sanjay Gandhi अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। Sanjay Gandhi व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में Sanjay Gandhi ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और Sanjay Gandhi को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।Sanjay Gandhi के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से Sanjay Gandhi किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि Sanjay Gandhi उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी Sanjay Gandhi को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। Sanjay Gandhi अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना Sanjay Gandhi को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर Sanjay Gandhi अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है Sanjay Gandhi को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से Sanjay Gandhi की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण Sanjay Gandhi अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार Sanjay Gandhi को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना Sanjay Gandhi उम्मीद करते हैं, लेकिन Sanjay Gandhi के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही Sanjay Gandhi को जीवन में सफल बनाएगी।
Sanjay Gandhi अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से Sanjay Gandhi को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो Sanjay Gandhi उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। Sanjay Gandhi का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही Sanjay Gandhi के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।