सरदार हुकम सिंह
Aug 30, 1895
12:00:00
Montgomery
73 E 6
30 N 40
5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सरदार हुकम सिंह एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सरदार हुकम सिंह की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सरदार हुकम सिंह अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सरदार हुकम सिंह में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सरदार हुकम सिंह जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सरदार हुकम सिंह संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सरदार हुकम सिंह को पता लगे कि सरदार हुकम सिंह का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सरदार हुकम सिंह तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सरदार हुकम सिंह के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सरदार हुकम सिंह के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सरदार हुकम सिंह के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सरदार हुकम सिंह सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सरदार हुकम सिंह अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सरदार हुकम सिंह को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सरदार हुकम सिंह को यह मानकर चलना चाहिए कि सरदार हुकम सिंह को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सरदार हुकम सिंह वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सरदार हुकम सिंह सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सरदार हुकम सिंह के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सरदार हुकम सिंह को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सरदार हुकम सिंह को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सरदार हुकम सिंह को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और सरदार हुकम सिंह को अधिक की उम्मीद रहती है। सरदार हुकम सिंह के इतने परेशान रहने के कारण सरदार हुकम सिंह को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। सरदार हुकम सिंह बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में सरदार हुकम सिंह परेशानी महसूस करते हैं। यदि सरदार हुकम सिंह अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।सरदार हुकम सिंह एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना सरदार हुकम सिंह को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव सरदार हुकम सिंह की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण सरदार हुकम सिंह की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सरदार हुकम सिंह शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। सरदार हुकम सिंह के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और सरदार हुकम सिंह की कल्पनाशीलता सरदार हुकम सिंह को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि सरदार हुकम सिंह को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब सरदार हुकम सिंह अध्ययन करने बैठें तो सरदार हुकम सिंह को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और सरदार हुकम सिंह की स्मरण शक्ति भी सरदार हुकम सिंह की मदद करे। यदि सरदार हुकम सिंह मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, सरदार हुकम सिंह अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
सरदार हुकम सिंह को ऐसा लगता है कि जब सरदार हुकम सिंह के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग सरदार हुकम सिंह का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः सरदार हुकम सिंह वही कार्य करें जो सरदार हुकम सिंह करना चाहते हैं।