सर्वदमन डी बनर्जी
Mar 14, 1965
12:00:00
Unnao
80 E 30
26 N 32
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सर्वदमन डी बनर्जी एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सर्वदमन डी बनर्जी की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सर्वदमन डी बनर्जी अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सर्वदमन डी बनर्जी में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सर्वदमन डी बनर्जी जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सर्वदमन डी बनर्जी संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सर्वदमन डी बनर्जी को पता लगे कि सर्वदमन डी बनर्जी का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सर्वदमन डी बनर्जी तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सर्वदमन डी बनर्जी के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सर्वदमन डी बनर्जी के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सर्वदमन डी बनर्जी के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सर्वदमन डी बनर्जी सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सर्वदमन डी बनर्जी अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सर्वदमन डी बनर्जी को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सर्वदमन डी बनर्जी को यह मानकर चलना चाहिए कि सर्वदमन डी बनर्जी को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सर्वदमन डी बनर्जी वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सर्वदमन डी बनर्जी सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सर्वदमन डी बनर्जी के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सर्वदमन डी बनर्जी को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सर्वदमन डी बनर्जी को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सर्वदमन डी बनर्जी को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और सर्वदमन डी बनर्जी को अधिक की उम्मीद रहती है। सर्वदमन डी बनर्जी के इतने परेशान रहने के कारण सर्वदमन डी बनर्जी को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। सर्वदमन डी बनर्जी बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में सर्वदमन डी बनर्जी परेशानी महसूस करते हैं। यदि सर्वदमन डी बनर्जी अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।सर्वदमन डी बनर्जी एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना सर्वदमन डी बनर्जी को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव सर्वदमन डी बनर्जी की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण सर्वदमन डी बनर्जी की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सर्वदमन डी बनर्जी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। सर्वदमन डी बनर्जी के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और सर्वदमन डी बनर्जी की कल्पनाशीलता सर्वदमन डी बनर्जी को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि सर्वदमन डी बनर्जी को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब सर्वदमन डी बनर्जी अध्ययन करने बैठें तो सर्वदमन डी बनर्जी को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और सर्वदमन डी बनर्जी की स्मरण शक्ति भी सर्वदमन डी बनर्जी की मदद करे। यदि सर्वदमन डी बनर्जी मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, सर्वदमन डी बनर्जी अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
सर्वदमन डी बनर्जी को ऐसा लगता है कि जब सर्वदमन डी बनर्जी के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग सर्वदमन डी बनर्जी का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः सर्वदमन डी बनर्जी वही कार्य करें जो सर्वदमन डी बनर्जी करना चाहते हैं।