सर्व सथरणारायण
Apr 4, 1954
12:00:00
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सर्व सत्यनारायण एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सर्व सत्यनारायण की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सर्व सत्यनारायण अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सर्व सत्यनारायण में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सर्व सत्यनारायण जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सर्व सत्यनारायण संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सर्व सत्यनारायण को पता लगे कि सर्व सत्यनारायण का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सर्व सत्यनारायण तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सर्व सत्यनारायण के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सर्व सत्यनारायण के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सर्व सत्यनारायण के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सर्व सत्यनारायण सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सर्व सत्यनारायण अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सर्व सत्यनारायण को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सर्व सत्यनारायण को यह मानकर चलना चाहिए कि सर्व सत्यनारायण को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सर्व सत्यनारायण वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सर्व सत्यनारायण सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सर्व सत्यनारायण के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सर्व सत्यनारायण को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सर्व सत्यनारायण को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सर्व सत्यनारायण वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् सर्व सत्यनारायण से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। सर्व सत्यनारायण की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता सर्व सत्यनारायण को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में सर्व सत्यनारायण की सहायता करती है। सर्व सत्यनारायण के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।सर्व सत्यनारायण लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। सर्व सत्यनारायण स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में सर्व सत्यनारायण की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी सर्व सत्यनारायण का ज्ञान और सर्व सत्यनारायण की शिक्षा। चाहे सर्व सत्यनारायण अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना सर्व सत्यनारायण की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही सर्व सत्यनारायण को सबसे अलग रखेगी। सर्व सत्यनारायण को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप सर्व सत्यनारायण अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। सर्व सत्यनारायण के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। सर्व सत्यनारायण को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति सर्व सत्यनारायण की भूख सर्व सत्यनारायण को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से सर्व सत्यनारायण की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी सर्व सत्यनारायण अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से सर्व सत्यनारायण की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
सर्व सत्यनारायण के जीवन में सर्व सत्यनारायण के मित्र प्रेरणा का काम करते हैं। सर्व सत्यनारायण को उनके सहयोग एवं उत्साहवर्धन की जरूरत है। अतः सफलता प्राप्ति के लिये सर्व सत्यनारायण को उन क्षेत्रों में कार्य करना चाहिए, जहाँ पर सर्व सत्यनारायण के मित्र सर्व सत्यनारायण के प्रगति देख सकें।