शाहिद परवेज़
Oct 14, 1955
12:00:00
Agra
78 E 0
27 N 9
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
शाहिद परवेझ एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, शाहिद परवेझ की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। शाहिद परवेझ अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण शाहिद परवेझ में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण शाहिद परवेझ जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।शाहिद परवेझ संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि शाहिद परवेझ को पता लगे कि शाहिद परवेझ का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो शाहिद परवेझ तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।शाहिद परवेझ के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि शाहिद परवेझ के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। शाहिद परवेझ के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि शाहिद परवेझ सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु शाहिद परवेझ अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः शाहिद परवेझ को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। शाहिद परवेझ को यह मानकर चलना चाहिए कि शाहिद परवेझ को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।शाहिद परवेझ वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। शाहिद परवेझ सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। शाहिद परवेझ के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह शाहिद परवेझ को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन शाहिद परवेझ को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
शाहिद परवेझ को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और शाहिद परवेझ को अधिक की उम्मीद रहती है। शाहिद परवेझ के इतने परेशान रहने के कारण शाहिद परवेझ को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। शाहिद परवेझ बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में शाहिद परवेझ परेशानी महसूस करते हैं। यदि शाहिद परवेझ अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।शाहिद परवेझ एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना शाहिद परवेझ को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव शाहिद परवेझ की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण शाहिद परवेझ की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही शाहिद परवेझ शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। शाहिद परवेझ के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और शाहिद परवेझ की कल्पनाशीलता शाहिद परवेझ को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि शाहिद परवेझ को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब शाहिद परवेझ अध्ययन करने बैठें तो शाहिद परवेझ को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और शाहिद परवेझ की स्मरण शक्ति भी शाहिद परवेझ की मदद करे। यदि शाहिद परवेझ मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, शाहिद परवेझ अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
शाहिद परवेझ की सफलता में शाहिद परवेझ के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए शाहिद परवेझ अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।