शकुन्तला देवी
Nov 4, 1929
12:0:0
Bangalore
77 E 35
13 N 0
5.5
Internet
संदर्भ (स.)
Shakuntala Devi एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Shakuntala Devi की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Shakuntala Devi अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Shakuntala Devi में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Shakuntala Devi जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Shakuntala Devi संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Shakuntala Devi को पता लगे कि Shakuntala Devi का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Shakuntala Devi तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Shakuntala Devi के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Shakuntala Devi के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Shakuntala Devi के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Shakuntala Devi सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Shakuntala Devi अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Shakuntala Devi को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Shakuntala Devi को यह मानकर चलना चाहिए कि Shakuntala Devi को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Shakuntala Devi वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Shakuntala Devi सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Shakuntala Devi के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Shakuntala Devi को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Shakuntala Devi को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Shakuntala Devi को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Shakuntala Devi को अधिक की उम्मीद रहती है। Shakuntala Devi के इतने परेशान रहने के कारण Shakuntala Devi को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Shakuntala Devi बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Shakuntala Devi परेशानी महसूस करते हैं। यदि Shakuntala Devi अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Shakuntala Devi एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Shakuntala Devi को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Shakuntala Devi की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Shakuntala Devi की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Shakuntala Devi शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Shakuntala Devi के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Shakuntala Devi की कल्पनाशीलता Shakuntala Devi को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Shakuntala Devi को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Shakuntala Devi अध्ययन करने बैठें तो Shakuntala Devi को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Shakuntala Devi की स्मरण शक्ति भी Shakuntala Devi की मदद करे। यदि Shakuntala Devi मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Shakuntala Devi अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Shakuntala Devi के जीवन में Shakuntala Devi के मित्र प्रेरणा का काम करते हैं। Shakuntala Devi को उनके सहयोग एवं उत्साहवर्धन की जरूरत है। अतः सफलता प्राप्ति के लिये Shakuntala Devi को उन क्षेत्रों में कार्य करना चाहिए, जहाँ पर Shakuntala Devi के मित्र Shakuntala Devi के प्रगति देख सकें।