शंकर नाग
Nov 6, 1954
12:00:0
Honavar
74 E 27
14 N 19
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Shankar Nag एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Shankar Nag की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Shankar Nag अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Shankar Nag में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Shankar Nag जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Shankar Nag संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Shankar Nag को पता लगे कि Shankar Nag का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Shankar Nag तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Shankar Nag के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Shankar Nag के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Shankar Nag के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Shankar Nag सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Shankar Nag अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Shankar Nag को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Shankar Nag को यह मानकर चलना चाहिए कि Shankar Nag को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Shankar Nag वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Shankar Nag सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Shankar Nag के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Shankar Nag को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Shankar Nag को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Shankar Nag को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Shankar Nag को अधिक की उम्मीद रहती है। Shankar Nag के इतने परेशान रहने के कारण Shankar Nag को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Shankar Nag बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Shankar Nag परेशानी महसूस करते हैं। यदि Shankar Nag अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Shankar Nag एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Shankar Nag को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Shankar Nag की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Shankar Nag की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Shankar Nag शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Shankar Nag के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Shankar Nag की कल्पनाशीलता Shankar Nag को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Shankar Nag को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Shankar Nag अध्ययन करने बैठें तो Shankar Nag को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Shankar Nag की स्मरण शक्ति भी Shankar Nag की मदद करे। यदि Shankar Nag मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Shankar Nag अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Shankar Nag को ऐसा लगता है कि जब Shankar Nag के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Shankar Nag का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Shankar Nag वही कार्य करें जो Shankar Nag करना चाहते हैं।