शंकरराव चव्हाण
Jul 14, 1920
5:30:0
Pethan
73 E 1
20 N 58
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
शंकरराव चव्हाण एक ऊर्जावान व्यक्ति हैं और तब तक संतुष्ट नहीं होते जब तक क्रियाशील न हों। शंकरराव चव्हाण मानसिक एवं शारीरिक रूप से शक्तिशाली एवं काम के लिये उत्साह से भरपूर हैं। शंकरराव चव्हाण के अन्दर असीम साहस है एवं यह सभी गुण शंकरराव चव्हाण के जीवन को बहुआयामी बनाते हैं। शंकरराव चव्हाण एक जगह ही सिर्फ इसलिये ही नहीं रुक सकते क्योंकि शंकरराव चव्हाण ने उस दिशा में कार्य प्रारम्भ किया था। अगर शंकरराव चव्हाण को सही लगता है तो शंकरराव चव्हाण अपना काम, मित्र, रुचियां या कुछ भी बदलने मे नहीं हिचकिचाते। दुर्भाग्यवश शंकरराव चव्हाण परिवर्तन के सभी पहलुओ का अध्ययन नहीं कर पाते और यह जल्दबाजी शंकरराव चव्हाण को प्रायः मुसीबत में डालती है। फिर भी शंकरराव चव्हाण के अन्दर साहस है, शंकरराव चव्हाण जन्मजात रूप से मुसीबतों से लड़ने वाले हैं। यह सब मिलाकर शंकरराव चव्हाण को अन्त में सफलता दिलाते हैं।ऐसा प्रतीत नहीं होता कि जीवन में शंकरराव चव्हाण को असीम धन की प्राप्ति होगी परन्तु धन केवल तभी उपयोगी होता है जब वह शंकरराव चव्हाण को सुख दिला सके और उस सुख से शंकरराव चव्हाण जीवन का सम्पूर्ण आनन्द ले सकें।यह मानने के अनेक कारण हैं कि शंकरराव चव्हाण जगह-जगह की सैर करेंगे और सम्भवतः अत्यधिक विश्व भ्रमण करेंगे। शंकरराव चव्हाण को देश के विभिन्न हिस्सों में पद प्राप्त होंगे। शंकरराव चव्हाण को अपने व्यवसाय के कारण भ्रमण अधिक करना पड़ेगा।हमारी सलाह है कि शंकरराव चव्हाण को अपने अन्दर धैर्य विकसित करने का प्रयास करना चाहिये और शंकरराव चव्हाण को किसी भी नये व्यवसाय को प्रारम्भ करने से पहले उस पर होने वाले खर्च का पूरा अध्ययन कर लेना चाहिये। यह कुछ छोटी बातें है परन्तु शंकरराव चव्हाण की सफलता को खराब कर सकते हैं। साथ ही, परिवर्तन से बचें खासकर की 35 की उम्र के बाद।
शंकरराव चव्हाण की भावनाएं और विचार सुसामंजस्यपूर्ण हैं, जो कि वास्तविकता पर शंकरराव चव्हाण की पकड़ मजबूत बनाते हैं। शंकरराव चव्हाण बहुत व्यावहारिक हैं, स्वयं को समझ सकते हैं एवं शंकरराव चव्हाण जो कहना चाहते हैं, युक्तिपूर्ण तरीके से कह सकते हैं। शंकरराव चव्हाण अपनी अन्तः प्रकृति में झांककर अपने अन्दर छुपे असंतोष के कारण को देख सकते हैं व उसे व्यक्त भी कर सकते हैं। हांलाकि शंकरराव चव्हाण व्यर्थ की चिंता करते हैं, इधर-उधर की बातों में समय नष्ट करते हैं और स्वयं के लिये भी दूसरों के समान ही आलोचक होते हैं।शंकरराव चव्हाण एक मेहनती और कुशाग्र बुद्धि के स्वामी हैं और शंकरराव चव्हाण जो प्राप्त करना चाहते हैं उसके लिए शंकरराव चव्हाण परिश्रम करेंगे और किसी भी हद तक मेहनत कर सकते हैं। शंकरराव चव्हाण की तीव्र बुद्धि शंकरराव चव्हाण को अपने क्षेत्र में सबसे आगे रखेगी और मेहनत के कारण शंकरराव चव्हाण हर विषय में पारंगत हो जाएंगे। शंकरराव चव्हाण को शास्त्रों में भी रुचि होगी और जीवन की सच्चाई से जुड़े विषय भी शंकरराव चव्हाण को अपनी ओर खींचेंगे। शंकरराव चव्हाण अपने जीवन में सभी सुखों को प्राप्त कर एक अच्छा जीवन व्यतीत करना चाहते हैं और शंकरराव चव्हाण जानते हैं कि उसके लिए क्या-क्या आवश्यक है। इसी वजह से शंकरराव चव्हाण अपनी शिक्षा को ही बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और शंकरराव चव्हाण की मेहनत शंकरराव चव्हाण को आगे बढ़ाएगी। कभी-कभी शंकरराव चव्हाण क्रोध में आकर अपना ही नुकसान कर बैठते हैं, शिक्षा के मामले में शंकरराव चव्हाण को इससे बचकर रहना होगा क्योंकि एकाग्रता खोने के कारण शंकरराव चव्हाण को समस्या हो सकती है। हालांकि शंकरराव चव्हाण का तेज दिमाग शंकरराव चव्हाण को सिरमौर बनाएगा।
शंकरराव चव्हाण अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि शंकरराव चव्हाण को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो शंकरराव चव्हाण ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। शंकरराव चव्हाण सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।