श्यामा
Jun 12, 1935
13:0:0
Lahore
74 E 22
31 N 32
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
Shyama के कुछ हद तक दार्शनिक चरित्र के हैं। Shyama एक विशाल हृदय वाले व्यक्ति हैं हालांकि थोड़े से मुंहफट भी हैं। Shyama काफी हद तक आत्मसम्मान के प्रति सचेत हैं और जो लोग Shyama के इस चारित्रिक गुण को समझते हैं, वे Shyama के अच्छे मित्र होते हैं।Shyama उच्च आदर्श रखते हैं, जिन्हें प्रायः वास्तविकता के धरातल पर नहीं उतारा जा सकता। परन्तु जब Shyama इसमें विफल होकर निराश हो जाते हैं तो Shyama इसी कारण अत्यन्त हीे व्यग्र हो जाते हैं, इसलिये Shyama समय से पूर्व ही कार्य के प्रति उदासीन हो जाते हैं। परिणामस्वरूप, Shyama जीवन में न तो सफलता और न ही प्रसन्नता, आराम की प्राप्ति कर पाते हैं, जो कि Shyama के गुणों को देखते हुए प्राप्त होनी चाहिए।Shyama जनता के समक्ष अपने Shyama को अभिव्यक्त करना जानते हैं और भगवान ने Shyama को प्रसन्नमुखी होने का वरदान दिया है। हंसमुख होने के कारण Shyama के अनेक मित्र हैं और Shyama उनका समय-समय पर मनोरंजन करते रहते हैं। Shyama के ऊपर Shyama के दोस्तों का प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन यह नितान्त आवश्यक है कि Shyama बुद्धिमत्तापूर्ण अपने मित्रों को चुनें।Shyama की विफलता का सबसे बड़ा कारण यह है कि Shyama बहुआयामी हैं, जिस कारणवश Shyama की शक्ति बहुत सी दिशाओं मेें विभक्त हो जाती है। कृपया एक ही दिशा में विचारपूर्वक कार्य करें, जिससे Shyama को अत्यन्त प्रसन्नता और लाभ प्राप्त होगा।
Shyama को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Shyama को अधिक की उम्मीद रहती है। Shyama के इतने परेशान रहने के कारण Shyama को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Shyama बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Shyama परेशानी महसूस करते हैं। यदि Shyama अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Shyama एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Shyama को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Shyama की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Shyama की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Shyama शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Shyama के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Shyama की कल्पनाशीलता Shyama को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Shyama को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Shyama अध्ययन करने बैठें तो Shyama को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Shyama की स्मरण शक्ति भी Shyama की मदद करे। यदि Shyama मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Shyama अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Shyama को ऐसा लगता है कि जब Shyama के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Shyama का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Shyama वही कार्य करें जो Shyama करना चाहते हैं।