सिबी सत्यराज
Oct 6, 1982
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Sibi Sathyaraj एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Sibi Sathyaraj की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Sibi Sathyaraj अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Sibi Sathyaraj में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Sibi Sathyaraj जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Sibi Sathyaraj संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Sibi Sathyaraj को पता लगे कि Sibi Sathyaraj का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Sibi Sathyaraj तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Sibi Sathyaraj के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Sibi Sathyaraj के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Sibi Sathyaraj के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Sibi Sathyaraj सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Sibi Sathyaraj अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Sibi Sathyaraj को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Sibi Sathyaraj को यह मानकर चलना चाहिए कि Sibi Sathyaraj को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Sibi Sathyaraj वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Sibi Sathyaraj सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Sibi Sathyaraj के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Sibi Sathyaraj को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Sibi Sathyaraj को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Sibi Sathyaraj को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Sibi Sathyaraj को अधिक की उम्मीद रहती है। Sibi Sathyaraj के इतने परेशान रहने के कारण Sibi Sathyaraj को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Sibi Sathyaraj बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Sibi Sathyaraj परेशानी महसूस करते हैं। यदि Sibi Sathyaraj अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Sibi Sathyaraj एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Sibi Sathyaraj को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Sibi Sathyaraj की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Sibi Sathyaraj की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Sibi Sathyaraj शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Sibi Sathyaraj के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Sibi Sathyaraj की कल्पनाशीलता Sibi Sathyaraj को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Sibi Sathyaraj को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Sibi Sathyaraj अध्ययन करने बैठें तो Sibi Sathyaraj को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Sibi Sathyaraj की स्मरण शक्ति भी Sibi Sathyaraj की मदद करे। यदि Sibi Sathyaraj मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Sibi Sathyaraj अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Sibi Sathyaraj की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Sibi Sathyaraj को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Sibi Sathyaraj का ऐसा सोचना सही नहीे है, Sibi Sathyaraj उस दिशा में तभी जाएं यदि Sibi Sathyaraj को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।