सिद्धारमैया
Aug 12, 1948
12:0:0
Mysore
76 E 37
12 N 18
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Siddaramaiah एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Siddaramaiah की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Siddaramaiah अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Siddaramaiah में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Siddaramaiah जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Siddaramaiah संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Siddaramaiah को पता लगे कि Siddaramaiah का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Siddaramaiah तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Siddaramaiah के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Siddaramaiah के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Siddaramaiah के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Siddaramaiah सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Siddaramaiah अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Siddaramaiah को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Siddaramaiah को यह मानकर चलना चाहिए कि Siddaramaiah को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Siddaramaiah वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Siddaramaiah सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Siddaramaiah के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Siddaramaiah को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Siddaramaiah को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Siddaramaiah को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Siddaramaiah को अधिक की उम्मीद रहती है। Siddaramaiah के इतने परेशान रहने के कारण Siddaramaiah को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Siddaramaiah बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Siddaramaiah परेशानी महसूस करते हैं। यदि Siddaramaiah अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Siddaramaiah एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Siddaramaiah को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Siddaramaiah की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Siddaramaiah की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Siddaramaiah शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Siddaramaiah के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Siddaramaiah की कल्पनाशीलता Siddaramaiah को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Siddaramaiah को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Siddaramaiah अध्ययन करने बैठें तो Siddaramaiah को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Siddaramaiah की स्मरण शक्ति भी Siddaramaiah की मदद करे। यदि Siddaramaiah मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Siddaramaiah अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Siddaramaiah को ऐसा लगता है कि जब Siddaramaiah के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Siddaramaiah का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Siddaramaiah वही कार्य करें जो Siddaramaiah करना चाहते हैं।