सिमी चहल
May 9, 1992
12:00:00
Ambala
76 E 49
30 N 19
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सिमी चहल एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सिमी चहल की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सिमी चहल अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सिमी चहल में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सिमी चहल जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सिमी चहल संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सिमी चहल को पता लगे कि सिमी चहल का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सिमी चहल तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सिमी चहल के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सिमी चहल के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सिमी चहल के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सिमी चहल सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सिमी चहल अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सिमी चहल को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सिमी चहल को यह मानकर चलना चाहिए कि सिमी चहल को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सिमी चहल वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सिमी चहल सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सिमी चहल के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सिमी चहल को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सिमी चहल को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सिमी चहल को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और सिमी चहल को अधिक की उम्मीद रहती है। सिमी चहल के इतने परेशान रहने के कारण सिमी चहल को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। सिमी चहल बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में सिमी चहल परेशानी महसूस करते हैं। यदि सिमी चहल अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।सिमी चहल एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना सिमी चहल को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव सिमी चहल की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण सिमी चहल की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सिमी चहल शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। सिमी चहल के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और सिमी चहल की कल्पनाशीलता सिमी चहल को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि सिमी चहल को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब सिमी चहल अध्ययन करने बैठें तो सिमी चहल को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और सिमी चहल की स्मरण शक्ति भी सिमी चहल की मदद करे। यदि सिमी चहल मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, सिमी चहल अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
सिमी चहल अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक अन्तर्मुखी हैं। यदि सिमी चहल को बहुत से लोगों के समूह के सम्मुख जाना पड़े, तो सिमी चहल ‘स्टेज फोबिया’ से ग्रसित हो जाते हैं। सिमी चहल सबसे अधिक प्रेरित एकान्त में, इच्छानुसार कार्य अपनी गति से करने में होते हैं।