सिवकार्थिकेयन
Feb 17, 1985
12:0:0
Sivaganga
78 E 30
9 N 50
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Sivakarthikeyan एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Sivakarthikeyan की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Sivakarthikeyan अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Sivakarthikeyan में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Sivakarthikeyan जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Sivakarthikeyan संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Sivakarthikeyan को पता लगे कि Sivakarthikeyan का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Sivakarthikeyan तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Sivakarthikeyan के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Sivakarthikeyan के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Sivakarthikeyan के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Sivakarthikeyan सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Sivakarthikeyan अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Sivakarthikeyan को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Sivakarthikeyan को यह मानकर चलना चाहिए कि Sivakarthikeyan को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Sivakarthikeyan वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Sivakarthikeyan सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Sivakarthikeyan के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Sivakarthikeyan को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Sivakarthikeyan को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Sivakarthikeyan को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Sivakarthikeyan को अधिक की उम्मीद रहती है। Sivakarthikeyan के इतने परेशान रहने के कारण Sivakarthikeyan को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Sivakarthikeyan बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Sivakarthikeyan परेशानी महसूस करते हैं। यदि Sivakarthikeyan अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Sivakarthikeyan एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Sivakarthikeyan को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Sivakarthikeyan की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Sivakarthikeyan की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Sivakarthikeyan शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Sivakarthikeyan के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Sivakarthikeyan की कल्पनाशीलता Sivakarthikeyan को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Sivakarthikeyan को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Sivakarthikeyan अध्ययन करने बैठें तो Sivakarthikeyan को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Sivakarthikeyan की स्मरण शक्ति भी Sivakarthikeyan की मदद करे। यदि Sivakarthikeyan मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Sivakarthikeyan अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Sivakarthikeyan स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो Sivakarthikeyan कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि Sivakarthikeyan मंचपर हों तो Sivakarthikeyan अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।