श्री श्री रवि शंकर
May 13, 1956
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Papanasam
77 E 23
8 N 46
5.5
765 Notable Horoscopes
संदर्भ (स.)
श्री श्री रवि शंकर एक संवेदनशील एवं भावुक व्यक्ति हैं। जीवन की कठनाइयों का श्री श्री रवि शंकर पर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्रभाव पड़ता है परिणामस्वरूप श्री श्री रवि शंकर जीवन के कुछ सुखद पल खो देते हैं। दूसरों द्वार कही गयीं बातों को श्री श्री रवि शंकर दिल पर ले लेते हैं। अतः कुछ एसी बातें है जो श्री श्री रवि शंकर को दुःख देती हैं परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिये।श्री श्री रवि शंकर के कार्य करने का तरीका शान्तिपूर्ण है,परिणामस्वरूप श्री श्री रवि शंकर अपने सहकर्मियों की नजर में मजबूत इच्छाशक्ति एवं दृढ-निश्चयी वाले व्यक्ति प्रतीत होते हैं। श्री श्री रवि शंकर की यह प्रवृत्ति श्री श्री रवि शंकर को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती है।श्री श्री रवि शंकर बोलने से अधिक सोचते हैं और श्री श्री रवि शंकर का यह चिन्तनतार्किक होता है। लोग श्री श्री रवि शंकर से सलाह मांगने इसलिये आते हैं क्योंकि श्री श्री रवि शंकर का निर्णयपालन करने योग्य और निष्पक्ष होता है।श्री श्री रवि शंकर में अनेक उत्तम गुण हैं। श्री श्री रवि शंकर एक सहानुभूतिपूर्ण मनुष्य हैं, जोकि श्री श्री रवि शंकर को एक अच्छा मित्र बनाता है। श्री श्री रवि शंकर अनुरागी व देशभक्त हैं, यही कारण है कि श्री श्री रवि शंकर एक अच्छे नागरिक भी हैं। श्री श्री रवि शंकर प्यारे माताध्पिता होंगे।श्री श्री रवि शंकर अपने माता-पिता की इच्छानुसार कार्य करेंगे। निश्चय ही श्री श्री रवि शंकर की ये अच्छाइयां दूसरों पर भारी पड़ेंगी।
श्री श्री रवि शंकर सकारात्मक सोच वाले और आत्मविश्वासी व्यक्ति हैं। श्री श्री रवि शंकर सदैव कार्यों के सही होने की आशा करते हैं व वर्तमान परिणाम को जाने देने की क्षमता रखते हैं। श्री श्री रवि शंकर दयालु तथा सहिष्णु हैं, व्यावहारिक हैं एवं सूक्ष्म गहराइयों में जाकर किसी भी अवधारणा को पूर्णतः समझते हैं। जीवन के प्रति श्री श्री रवि शंकर विश्वास और दार्शनिक दृष्टिकोण रखते हैं, जो कि जीवन मेें श्री श्री रवि शंकर को कई मौके देता है और सफलता पाने में श्री श्री रवि शंकर की मदद करता है।श्री श्री रवि शंकर के अंदर गजब की फुर्ती है और श्री श्री रवि शंकर जीवन में कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन अपने स्वयं के बनाए विरोधाभासों में फँस कर श्री श्री रवि शंकर अपनी शिक्षा से विमुख हो सकते हैं। ऐसे में श्री श्री रवि शंकर को इन सभी बातों को त्याग कर खुले दिल से सोचना चाहिए। श्री श्री रवि शंकर को यह समझना चाहिए कि जो श्री श्री रवि शंकर हैं, श्री श्री रवि शंकर उससे भी बेहतर हो सकते हैं और उसके लिए श्री श्री रवि शंकर को अपनी शिक्षा का दायरा बढ़ाना होगा। यदि श्री श्री रवि शंकर एक योजना बना कर शिक्षा प्राप्त करेंगे तो श्री श्री रवि शंकर को जबरदस्त सफलता हासिल होगी। श्री श्री रवि शंकर जो कुछ भी जानते हैं उसे अन्य लोगों के समक्ष प्रस्तुत करना पसंद करते हैं। वास्तव में यहीं से श्री श्री रवि शंकर सीखना प्रारंभ कर रहे हैं। क्योंकि जब श्री श्री रवि शंकर थोड़ा भी जान जाते हैं और उसे लोगों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं तो ऐसा करने से वह श्री श्री रवि शंकर के चित्त की स्मृतियों में अंकित हो जाता है और यही श्री श्री रवि शंकर को अपनी शिक्षा में मदद करता है। श्री श्री रवि शंकर वास्तव में ऐसी शिक्षा प्राप्त करेंगे जो जीवन में श्री श्री रवि शंकर को एक अच्छा मुकाम दिलाने में सहायक होगी और श्री श्री रवि शंकर को मानसिक रुप से भी संतुष्टि प्रदान करेगी।
बच्चे श्री श्री रवि शंकर को अपने लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने में अत्यधिक प्रेरणा देते हैं। श्री श्री रवि शंकर को उनके प्रति कर्तव्य का अनुभव करना चाहिए। इस प्रेरणा का श्री श्री रवि शंकर को पूर्णतः प्रयोग करना चाहिए, लेकिन ये ध्यान रखें कि श्री श्री रवि शंकर वही कर रहे हैं जो श्री श्री रवि शंकर करना चाहते हैं तथा सिर्फ उन्हें अपने कर्तव्यों के कारण ही नहीं कर रहे हैं।