श्रीनिवास अयंगर
Sep 11, 1874
12:00:00
Ramanathapuram
78 E 53
9 N 23
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Srinivasa Iyengar एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Srinivasa Iyengar की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Srinivasa Iyengar अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Srinivasa Iyengar में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Srinivasa Iyengar जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Srinivasa Iyengar संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Srinivasa Iyengar को पता लगे कि Srinivasa Iyengar का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Srinivasa Iyengar तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Srinivasa Iyengar के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Srinivasa Iyengar के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Srinivasa Iyengar के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Srinivasa Iyengar सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Srinivasa Iyengar अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Srinivasa Iyengar को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Srinivasa Iyengar को यह मानकर चलना चाहिए कि Srinivasa Iyengar को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Srinivasa Iyengar वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Srinivasa Iyengar सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Srinivasa Iyengar के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Srinivasa Iyengar को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Srinivasa Iyengar को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Srinivasa Iyengar को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Srinivasa Iyengar को अधिक की उम्मीद रहती है। Srinivasa Iyengar के इतने परेशान रहने के कारण Srinivasa Iyengar को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Srinivasa Iyengar बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Srinivasa Iyengar परेशानी महसूस करते हैं। यदि Srinivasa Iyengar अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Srinivasa Iyengar एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Srinivasa Iyengar को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Srinivasa Iyengar की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Srinivasa Iyengar की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Srinivasa Iyengar शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Srinivasa Iyengar के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Srinivasa Iyengar की कल्पनाशीलता Srinivasa Iyengar को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Srinivasa Iyengar को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Srinivasa Iyengar अध्ययन करने बैठें तो Srinivasa Iyengar को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Srinivasa Iyengar की स्मरण शक्ति भी Srinivasa Iyengar की मदद करे। यदि Srinivasa Iyengar मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Srinivasa Iyengar अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Srinivasa Iyengar के जीवन में Srinivasa Iyengar के मित्र प्रेरणा का काम करते हैं। Srinivasa Iyengar को उनके सहयोग एवं उत्साहवर्धन की जरूरत है। अतः सफलता प्राप्ति के लिये Srinivasa Iyengar को उन क्षेत्रों में कार्य करना चाहिए, जहाँ पर Srinivasa Iyengar के मित्र Srinivasa Iyengar के प्रगति देख सकें।