सुभाष चंद्र बोस
Jan 23, 1897
12:15:41
Cuttack
85 E 50
20 N 30
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
Subhash Chandra Bose एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Subhash Chandra Bose की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Subhash Chandra Bose अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Subhash Chandra Bose में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Subhash Chandra Bose जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Subhash Chandra Bose संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Subhash Chandra Bose को पता लगे कि Subhash Chandra Bose का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Subhash Chandra Bose तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Subhash Chandra Bose के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Subhash Chandra Bose के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Subhash Chandra Bose के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Subhash Chandra Bose सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Subhash Chandra Bose अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Subhash Chandra Bose को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Subhash Chandra Bose को यह मानकर चलना चाहिए कि Subhash Chandra Bose को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Subhash Chandra Bose वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Subhash Chandra Bose सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Subhash Chandra Bose के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Subhash Chandra Bose को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Subhash Chandra Bose को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Subhash Chandra Bose को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Subhash Chandra Bose को अधिक की उम्मीद रहती है। Subhash Chandra Bose के इतने परेशान रहने के कारण Subhash Chandra Bose को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Subhash Chandra Bose बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Subhash Chandra Bose परेशानी महसूस करते हैं। यदि Subhash Chandra Bose अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Subhash Chandra Bose एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Subhash Chandra Bose को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Subhash Chandra Bose की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Subhash Chandra Bose की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Subhash Chandra Bose शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Subhash Chandra Bose के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Subhash Chandra Bose की कल्पनाशीलता Subhash Chandra Bose को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Subhash Chandra Bose को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Subhash Chandra Bose अध्ययन करने बैठें तो Subhash Chandra Bose को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Subhash Chandra Bose की स्मरण शक्ति भी Subhash Chandra Bose की मदद करे। यदि Subhash Chandra Bose मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Subhash Chandra Bose अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Subhash Chandra Bose की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Subhash Chandra Bose को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Subhash Chandra Bose का ऐसा सोचना सही नहीे है, Subhash Chandra Bose उस दिशा में तभी जाएं यदि Subhash Chandra Bose को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।