सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
Aug 30, 1980
12:00:00
Madras
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को पता लगे कि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को यह मानकर चलना चाहिए कि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को अधिक की उम्मीद रहती है। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के इतने परेशान रहने के कारण സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് परेशानी महसूस करते हैं। यदि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की कल्पनाशीलता സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് अध्ययन करने बैठें तो സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की स्मरण शक्ति भी സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की मदद करे। यदि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് का ऐसा सोचना सही नहीे है, സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് उस दिशा में तभी जाएं यदि സുബ്രഹ്മണ്യം ബദരിനാഥ് को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।