सुधाकरराव नाइक
Aug 21, 1934
21:15:00
Pusad
77 E 38
19 N 56
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
सुधाकरराव नाईक के अन्दर अनेक वांछनीय गुण हैं। प्रथमतः सुधाकरराव नाईक काम का आनन्द लेते हैं, सुधाकरराव नाईक में अपना काम करने की असीम शक्ति और सामथ्र्य है। सुधाकरराव नाईक स दैव सजग रहते हैं। इन सभी गुणों के समागम के कारण सुधाकरराव नाईक का सुधाकरराव नाईक ने क्रियाक्षेत्र परव्यापक प्रभाव होता है।आश्चर्यजनक रूप से सुधाकरराव नाईक अपने काम में व्यावहारिक हैं, सुधाकरराव नाईक में छोटी-छोटी बातों को याद रखने का अद्भुत सामथ्र्य है। सुधाकरराव नाईक के लिये ये छोटी-छोटी बातें इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इनके कारण सुधाकरराव नाईक अपने सहकर्मियों को कभी-कभी परेशान कर देते हैं। सुधाकरराव नाईक किसी चहरे को कभी नहीं भूलते हैं, हांलाकि नाम याद रखने में सुधाकरराव नाईक अपेक्षाकृत उतने अचूक नहीं हैं।सुधाकरराव नाईक एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिसे सभी विषयों से जुड़े ‘क्यों व कहां’ जैसे प्रश्नों के उत्तर चाहिए होते हैं। जब तक सुधाकरराव नाईक इनसे संतुष्ट नहीं हो जाते है, सुधाकरराव नाईक कार्य प्रारम्भ नहीं करते हैं। साथ ही साथ कभी-कभी सुधाकरराव नाईक बड़ी चूक कर देते हैं, जिसके कारण लोग सुधाकरराव नाईक को ‘काम को टालनेे वाला’ समझते हैं।सुधाकरराव नाईक बहुत हीे संवेदनशील हैं और प्रायः आगे बढ़ने के अवसरों पर पीछे लौट जाते हैं। यह सुधाकरराव नाईक के नेतृत्व के गुण में बाधक है। सुधाकरराव नाईक अपने कार्य करने के कई तरीकों को नापसन्द करते हैं। निश्चय ही सुधाकरराव नाईक एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं।
सुधाकरराव नाईक व्यावहारिक व्यक्तित्व के धनी हैं। यह जानते हुए कि सुधाकरराव नाईक को सफलता के लिये काम करना चहिए, सुधाकरराव नाईक में अपने जीवन को नियमबद्ध रूप से व्यवस्थित करने की क्षमता है। सुधाकरराव नाईक एकान्त प्रिय व्यक्ति हैं, चिन्तन व अध्ययन पसन्द करने वाले, मुश्किल समस्याओं का निराकरण करने वाले हैं। यद्यपि सुधाकरराव नाईक शान्त और सचेत हैं, सुधाकरराव नाईक जीवन में अधिक सफल होंगे यदि सुधाकरराव नाईक जीवन का सकारात्मक पहलू देखेंगे। सुधाकरराव नाईक जीवन में अधिक सुखी होंगे जब सुधाकरराव नाईक को यह अनुभूति होगी कि जीवन उतना बुरा नहीं है जितना कि सुधाकरराव नाईक समझते हैं।सुधाकरराव नाईक अपने सुधाकरराव नाईक में व्यवहारिक हैं और किसी भी स्थिति का आकलन व्यवहारिक तौर पर ही करते हैं। सुधाकरराव नाईक के अंदर ज्ञान ग्रहण करने की अच्छी समझ भी है और सुधाकरराव नाईक में योग्यता भी कूट-कूट कर भरी है। कोई भी ऐसी शिक्षा जो सुधाकरराव नाईक को व्यवहारिक तौर पर सीखने का मौका दे, सुधाकरराव नाईक को पसंद आएगी। सुधाकरराव नाईक की गिनती मेधावी विद्यार्थियों में होगी और अपने तेज दिमाग तथा अच्छी तार्किक शक्ति के बल पर सुधाकरराव नाईक बड़ी से बड़ी परीक्षा को आसानी से उत्तीर्ण कर लेंगे। बचपन से ही सुधाकरराव नाईक तीव्र बुद्धि के स्वामी होंगे और अन्य लोगों को देखकर सुधाकरराव नाईक सीखना प्रारंभ करेंगे। सुधाकरराव नाईक की स्मरण शक्ति काफी अच्छी होगी और सुधाकरराव नाईक को काफी लंबे समय तक की घटनाएँ भी आसानी से स्मरण हो सकती हैं। इसका लाभ सुधाकरराव नाईक को अपनी शिक्षा में भी मिलेगा और इसी के दम पर सुधाकरराव नाईक शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी के शिखर तक जा सकते हैं, लेकिन अति व्यावहारिक होने से सुधाकरराव नाईक को बचना चाहिए।
सुधाकरराव नाईक की सफलता में सुधाकरराव नाईक के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सुधाकरराव नाईक अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।