सुमीत राघवन
Apr 22, 1971
12:0:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुमीत राघवन एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सुमीत राघवन की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सुमीत राघवन अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सुमीत राघवन में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सुमीत राघवन जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सुमीत राघवन संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सुमीत राघवन को पता लगे कि सुमीत राघवन का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सुमीत राघवन तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सुमीत राघवन के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सुमीत राघवन के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सुमीत राघवन के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सुमीत राघवन सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सुमीत राघवन अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सुमीत राघवन को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सुमीत राघवन को यह मानकर चलना चाहिए कि सुमीत राघवन को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सुमीत राघवन वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सुमीत राघवन सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सुमीत राघवन के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सुमीत राघवन को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सुमीत राघवन को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सुमीत राघवन को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और सुमीत राघवन को अधिक की उम्मीद रहती है। सुमीत राघवन के इतने परेशान रहने के कारण सुमीत राघवन को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। सुमीत राघवन बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में सुमीत राघवन परेशानी महसूस करते हैं। यदि सुमीत राघवन अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।सुमीत राघवन एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना सुमीत राघवन को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव सुमीत राघवन की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण सुमीत राघवन की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सुमीत राघवन शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। सुमीत राघवन के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और सुमीत राघवन की कल्पनाशीलता सुमीत राघवन को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि सुमीत राघवन को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब सुमीत राघवन अध्ययन करने बैठें तो सुमीत राघवन को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और सुमीत राघवन की स्मरण शक्ति भी सुमीत राघवन की मदद करे। यदि सुमीत राघवन मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, सुमीत राघवन अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
सुमीत राघवन अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से सुमीत राघवन को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो सुमीत राघवन उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। सुमीत राघवन का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही सुमीत राघवन के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।