सुनीथा उपद्रष्ट
May 10, 1978
12:0:0
Guntur
80 E 27
16 N 20
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुनीता उपद्रष्ट एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सुनीता उपद्रष्ट की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सुनीता उपद्रष्ट अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सुनीता उपद्रष्ट में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सुनीता उपद्रष्ट जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सुनीता उपद्रष्ट संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सुनीता उपद्रष्ट को पता लगे कि सुनीता उपद्रष्ट का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सुनीता उपद्रष्ट तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सुनीता उपद्रष्ट के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सुनीता उपद्रष्ट के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सुनीता उपद्रष्ट के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सुनीता उपद्रष्ट सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सुनीता उपद्रष्ट अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सुनीता उपद्रष्ट को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सुनीता उपद्रष्ट को यह मानकर चलना चाहिए कि सुनीता उपद्रष्ट को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सुनीता उपद्रष्ट वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सुनीता उपद्रष्ट सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सुनीता उपद्रष्ट के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सुनीता उपद्रष्ट को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सुनीता उपद्रष्ट को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सुनीता उपद्रष्ट वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् सुनीता उपद्रष्ट से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। सुनीता उपद्रष्ट की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता सुनीता उपद्रष्ट को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में सुनीता उपद्रष्ट की सहायता करती है। सुनीता उपद्रष्ट के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।सुनीता उपद्रष्ट लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। सुनीता उपद्रष्ट स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में सुनीता उपद्रष्ट की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी सुनीता उपद्रष्ट का ज्ञान और सुनीता उपद्रष्ट की शिक्षा। चाहे सुनीता उपद्रष्ट अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना सुनीता उपद्रष्ट की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही सुनीता उपद्रष्ट को सबसे अलग रखेगी। सुनीता उपद्रष्ट को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप सुनीता उपद्रष्ट अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। सुनीता उपद्रष्ट के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। सुनीता उपद्रष्ट को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति सुनीता उपद्रष्ट की भूख सुनीता उपद्रष्ट को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से सुनीता उपद्रष्ट की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी सुनीता उपद्रष्ट अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से सुनीता उपद्रष्ट की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
सुनीता उपद्रष्ट दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण सुनीता उपद्रष्ट विरोध के पात्र बन जाते हैं। सुनीता उपद्रष्ट के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप सुनीता उपद्रष्ट लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।