सुप्रिया पाठक
Jan 07, 1961
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Supriya Pathak एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Supriya Pathak की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Supriya Pathak अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Supriya Pathak में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Supriya Pathak जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Supriya Pathak संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Supriya Pathak को पता लगे कि Supriya Pathak का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Supriya Pathak तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Supriya Pathak के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Supriya Pathak के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Supriya Pathak के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Supriya Pathak सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Supriya Pathak अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Supriya Pathak को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Supriya Pathak को यह मानकर चलना चाहिए कि Supriya Pathak को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Supriya Pathak वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Supriya Pathak सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Supriya Pathak के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Supriya Pathak को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Supriya Pathak को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Supriya Pathak को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Supriya Pathak को अधिक की उम्मीद रहती है। Supriya Pathak के इतने परेशान रहने के कारण Supriya Pathak को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Supriya Pathak बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Supriya Pathak परेशानी महसूस करते हैं। यदि Supriya Pathak अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Supriya Pathak एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Supriya Pathak को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Supriya Pathak की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Supriya Pathak की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Supriya Pathak शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Supriya Pathak के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Supriya Pathak की कल्पनाशीलता Supriya Pathak को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Supriya Pathak को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Supriya Pathak अध्ययन करने बैठें तो Supriya Pathak को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Supriya Pathak की स्मरण शक्ति भी Supriya Pathak की मदद करे। यदि Supriya Pathak मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Supriya Pathak अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Supriya Pathak की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि Supriya Pathak को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु Supriya Pathak का ऐसा सोचना सही नहीे है, Supriya Pathak उस दिशा में तभी जाएं यदि Supriya Pathak को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।