स्वामी तुर्यानंद
Jan 3, 1863
9:00:00
Calcutta
88 E 20
22 N 30
5.5
The Times Select Horoscopes
सटीक (स.)
Swami Turiyananda क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। Swami Turiyananda हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। Swami Turiyananda के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव Swami Turiyananda के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल Swami Turiyananda अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। Swami Turiyananda के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।Swami Turiyananda मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। Swami Turiyananda नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। Swami Turiyananda संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि Swami Turiyananda ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। Swami Turiyananda अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ Swami Turiyananda का व्यवहार Swami Turiyananda की सबसे बड़ी कमजोरी है। Swami Turiyananda अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग Swami Turiyananda की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, Swami Turiyananda उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। Swami Turiyananda को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे Swami Turiyananda प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण Swami Turiyananda अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। Swami Turiyananda व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में Swami Turiyananda ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और Swami Turiyananda को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।Swami Turiyananda के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से Swami Turiyananda किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि Swami Turiyananda उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी Swami Turiyananda को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। Swami Turiyananda अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना Swami Turiyananda को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर Swami Turiyananda अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है Swami Turiyananda को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से Swami Turiyananda की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण Swami Turiyananda अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार Swami Turiyananda को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना Swami Turiyananda उम्मीद करते हैं, लेकिन Swami Turiyananda के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही Swami Turiyananda को जीवन में सफल बनाएगी।
Swami Turiyananda के माता-पिता Swami Turiyananda के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये Swami Turiyananda को प्रभावित करते हैं। Swami Turiyananda जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। Swami Turiyananda अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।