थिलकन
Jul 15, 1935
12:00:00
Ayroor
76 E 43
9 N 21
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
थिलकन एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, थिलकन की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। थिलकन अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण थिलकन में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण थिलकन जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।थिलकन संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि थिलकन को पता लगे कि थिलकन का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो थिलकन तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।थिलकन के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि थिलकन के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। थिलकन के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि थिलकन सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु थिलकन अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः थिलकन को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। थिलकन को यह मानकर चलना चाहिए कि थिलकन को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।थिलकन वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। थिलकन सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। थिलकन के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह थिलकन को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन थिलकन को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
थिलकन को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और थिलकन को अधिक की उम्मीद रहती है। थिलकन के इतने परेशान रहने के कारण थिलकन को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। थिलकन बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में थिलकन परेशानी महसूस करते हैं। यदि थिलकन अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।थिलकन एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना थिलकन को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव थिलकन की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण थिलकन की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही थिलकन शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। थिलकन के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और थिलकन की कल्पनाशीलता थिलकन को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि थिलकन को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब थिलकन अध्ययन करने बैठें तो थिलकन को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और थिलकन की स्मरण शक्ति भी थिलकन की मदद करे। यदि थिलकन मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, थिलकन अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
थिलकन के माता-पिता थिलकन के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये थिलकन को प्रभावित करते हैं। थिलकन जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। थिलकन अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।