त्रिभुवन नारायण सिंह
Aug 8, 1904
12:00:00
Varanasi
83 E 0
25 N 20
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Tribhuvan Narain Singh एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Tribhuvan Narain Singh की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Tribhuvan Narain Singh अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Tribhuvan Narain Singh में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Tribhuvan Narain Singh जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Tribhuvan Narain Singh संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Tribhuvan Narain Singh को पता लगे कि Tribhuvan Narain Singh का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Tribhuvan Narain Singh तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Tribhuvan Narain Singh के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Tribhuvan Narain Singh के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Tribhuvan Narain Singh के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Tribhuvan Narain Singh सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Tribhuvan Narain Singh अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Tribhuvan Narain Singh को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Tribhuvan Narain Singh को यह मानकर चलना चाहिए कि Tribhuvan Narain Singh को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Tribhuvan Narain Singh वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Tribhuvan Narain Singh सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Tribhuvan Narain Singh के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Tribhuvan Narain Singh को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Tribhuvan Narain Singh को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण Tribhuvan Narain Singh अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। Tribhuvan Narain Singh व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में Tribhuvan Narain Singh ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और Tribhuvan Narain Singh को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।Tribhuvan Narain Singh के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से Tribhuvan Narain Singh किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि Tribhuvan Narain Singh उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी Tribhuvan Narain Singh को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। Tribhuvan Narain Singh अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना Tribhuvan Narain Singh को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर Tribhuvan Narain Singh अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है Tribhuvan Narain Singh को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से Tribhuvan Narain Singh की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण Tribhuvan Narain Singh अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार Tribhuvan Narain Singh को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना Tribhuvan Narain Singh उम्मीद करते हैं, लेकिन Tribhuvan Narain Singh के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही Tribhuvan Narain Singh को जीवन में सफल बनाएगी।
Tribhuvan Narain Singh स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो Tribhuvan Narain Singh कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि Tribhuvan Narain Singh मंचपर हों तो Tribhuvan Narain Singh अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।