टी.एस. एलियट
Sep 26, 1888
7:45:0
St. Louis MO
90 W 11
38 N 37
-6
Web
संदर्भ (स.)
सहानुभूति और आतिथ्य जैस गुण मिलकर T.s. Eliot के चरित्र को अद्भुत बनाते हैं। T.s. Eliot के अन्दर दूसरों को प्रसन्न रखने की तीव्र इच्छा है। कोई भी गुण इससे बड़ा नहीं हो सकता परन्तु इसकी अधिकता ठीक नहीं है। दूसरों के लिये T.s. Eliot अपना अत्यधिक समय और धन खर्च करते हैं।T.s. Eliot का व्यक्तित्व सांस्कृतिक हैं। उच्चस्तरीय साहित्य और कलात्मक कार्यों के प्रति T.s. Eliot का रुझान है। यद्यपि T.s. Eliot का व्यावसायिक दृष्टिकोण T.s. Eliot को इनसे दूर रखने की कोशिश करता है।धन के प्रति T.s. Eliot का विशिष्ट दृष्टिकोण है। कभी-कभी T.s. Eliot आवश्यक वस्तुओं पर भी खर्च नहीं करते हैं तो कभी-कभी T.s. Eliot मुक्त-हस्त खर्च करते जाते हैं। T.s. Eliot हमेशा ही सामाजिक कार्यों में मदद करते हैं। विशेष परिस्थितियों में कुछ रुपयों को बचाने की खातिर T.s. Eliot स्वयं को मुसीबत में डाल देते हैं।ाीघ्र प्रभावित होना T.s. Eliot की सबसे बड़ी कमजोरी है। T.s. Eliot अपने कानों पर जरूरत से ज्यादा ही विश्वास करते हैं। अनैतिक लोग T.s. Eliot की इस कमजोरी को तुरन्त जान जाते हैं और वक्त-जरूरत इसका अनुचित लाभ उठाते हैं। अतः T.s. Eliot ऐसे लोगों से सदैव सचेत रहें जो कि T.s. Eliot के मित्र बनकर T.s. Eliot के पास आते हैं।
T.s. Eliot को ईश्वर ने अत्युत्तम व्यावहारिक ज्ञान और अपनी आवश्यकता के प्रति स्पष्ट नजरिया दिया है। T.s. Eliot तार्किक एवं व्यावहारिक हैं। T.s. Eliot वातावरण में खुशहाली खोजते हैं और अपने विचार-क्षितिज को व्यापक बनाने से डरते नहीं है। T.s. Eliot भय को पहचानकर उसे दूर करने के रास्ते खोज लेते हैं। कृपया ध्यान रखें कि यदि T.s. Eliot सिर्फ अपने बारे में सोचेंगे, तो T.s. Eliot की सफलता की संभावना बहुत कम होगी।T.s. Eliot एक ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी हैं जो सबसे अलग है। T.s. Eliot औरों लोगों से हटकर अपने जीवन को अलग तरीके से जीते हैं और जब बात T.s. Eliot की शिक्षा की आती है तब भी T.s. Eliot ऐसा ही करते हैं। T.s. Eliot कई बार जल्दबाजी में भी बहुत चीजें सीखना चाहते हैं जो बाद में T.s. Eliot को परेशान करती हैं। हालांकि T.s. Eliot की लेखन क्षमता बेहतर हो सकती है और T.s. Eliot लिखने में आनंद महसूस कर सकते हैं। T.s. Eliot अपनी गलतियों से सीखना पसंद करते हैं और सहजता से किसी भी कार्य में अपना सब कुछ लगा देते हैं। अपनी इसी विशेषता को T.s. Eliot को शिक्षा के क्षेत्र में भी लगाना चाहिए। कभी-कभी अपनी ही गलतियों के कारण T.s. Eliot को परेशानी उठानी पड़ सकती है और इसी वजह से T.s. Eliot की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं। T.s. Eliot को जीवन के अनुभवों से सीखने में आनंद आता है और यही बात T.s. Eliot को शिक्षा के क्षेत्र में छोटी-छोटी बातों से सीखने में सफलता देती है। T.s. Eliot के लिए आवश्यक है कि T.s. Eliot जो कुछ भी सीखते हैं उसे एक बार पुनः दोहरायें ताकि वह T.s. Eliot की स्मृतियों में अंकित हो जाए। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियां का सामना करने के बाद ही सफलता प्राप्त हो सकती है।
T.s. Eliot अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से T.s. Eliot को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो T.s. Eliot उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। T.s. Eliot का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही T.s. Eliot के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।