तुषार अमरसिंह चौधरी
Dec 18, 1965
12:00:00
Balda
78 E 50
10 N 55
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
तुषार अमरसिंह चौधरी क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव तुषार अमरसिंह चौधरी के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल तुषार अमरसिंह चौधरी अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। तुषार अमरसिंह चौधरी के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।तुषार अमरसिंह चौधरी मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि तुषार अमरसिंह चौधरी ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। तुषार अमरसिंह चौधरी अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ तुषार अमरसिंह चौधरी का व्यवहार तुषार अमरसिंह चौधरी की सबसे बड़ी कमजोरी है। तुषार अमरसिंह चौधरी अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग तुषार अमरसिंह चौधरी की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, तुषार अमरसिंह चौधरी उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे तुषार अमरसिंह चौधरी प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
तुषार अमरसिंह चौधरी को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और तुषार अमरसिंह चौधरी को अधिक की उम्मीद रहती है। तुषार अमरसिंह चौधरी के इतने परेशान रहने के कारण तुषार अमरसिंह चौधरी को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में तुषार अमरसिंह चौधरी परेशानी महसूस करते हैं। यदि तुषार अमरसिंह चौधरी अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।तुषार अमरसिंह चौधरी एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना तुषार अमरसिंह चौधरी को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव तुषार अमरसिंह चौधरी की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण तुषार अमरसिंह चौधरी की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही तुषार अमरसिंह चौधरी शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। तुषार अमरसिंह चौधरी के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और तुषार अमरसिंह चौधरी की कल्पनाशीलता तुषार अमरसिंह चौधरी को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि तुषार अमरसिंह चौधरी को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब तुषार अमरसिंह चौधरी अध्ययन करने बैठें तो तुषार अमरसिंह चौधरी को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और तुषार अमरसिंह चौधरी की स्मरण शक्ति भी तुषार अमरसिंह चौधरी की मदद करे। यदि तुषार अमरसिंह चौधरी मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, तुषार अमरसिंह चौधरी अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
तुषार अमरसिंह चौधरी स्वयं को अभिव्यक्त करना पसन्द करते हैं और जब लोग देख रहे होते हैं तो तुषार अमरसिंह चौधरी कार्य को बेहतर तरीके से करते हैं। यदि तुषार अमरसिंह चौधरी मंचपर हों तो तुषार अमरसिंह चौधरी अधिक श्रोताओं के सम्मुख अपेक्षाकृत उत्तम प्रदर्शन करते हैं।