वी एस अच्युतानंदन
Oct 20, 1923
12:00:00
Alappuzha
76 E 20
9 N 28
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
V S Achuthanandan क्रियात्मक स्वभाव के व्यक्ति हैं और सदैव गतिशील रहते हैं। V S Achuthanandan हमेशा योजना बनाते रहते हैं और अकर्मण्यता को कभी भी सहन नहीं कर सकते हैं। V S Achuthanandan के अन्दर पर्याप्त इच्छाशक्ति है और स्वतन्त्रता का भाव V S Achuthanandan के अन्दर कूट-कूट के भरा हुआ है। दूसरों का दखल V S Achuthanandan अपने काम में बर्दाश्तन हीं करते। V S Achuthanandan के लिये अपने विचारों व कार्यों की स्वतन्त्रता सर्वोपरि है।V S Achuthanandan मौलिक सोच रखते हैं, जोकि बहुआयामी होती हैं। V S Achuthanandan नये तरीकों का अन्वेषण अथवा उद्देश्यपूर्ण मौलिक आविष्कार कर सकते हैं। V S Achuthanandan संसार को अपने कार्यों से एक नयी दिशा देंगे।इसमें कोई शंका नहीं है कि V S Achuthanandan ईमानदारी को व्यापक रूप से प्रयोग कर नव-कीर्तिमान स्थापित करेंगे। V S Achuthanandan अपने मित्रों से अपने उद्देश्य, अपनी बात, आर्थिक विषय इत्यादि में ईमानदार होने की उम्मीद करते हैं।दूसरों के साथ V S Achuthanandan का व्यवहार V S Achuthanandan की सबसे बड़ी कमजोरी है। V S Achuthanandan अकुशलता को सहन नहीं कर सकते और जो लोग V S Achuthanandan की आंखों से आंखें मिलाकर नहीं देख सकते, V S Achuthanandan उन्हें हेय दृष्टि से देखते हैं। V S Achuthanandan को उन लोगों के प्रति सहनशीलता का गुण विकसित करना चाहिये, जिन्हे V S Achuthanandan प्रायः अस्वीकृत कर देते हैं। कुछ भी हो, कम से कम यह प्रयास करने योग्य है।
V S Achuthanandan को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और V S Achuthanandan को अधिक की उम्मीद रहती है। V S Achuthanandan के इतने परेशान रहने के कारण V S Achuthanandan को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। V S Achuthanandan बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में V S Achuthanandan परेशानी महसूस करते हैं। यदि V S Achuthanandan अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।V S Achuthanandan एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना V S Achuthanandan को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव V S Achuthanandan की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण V S Achuthanandan की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही V S Achuthanandan शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। V S Achuthanandan के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और V S Achuthanandan की कल्पनाशीलता V S Achuthanandan को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि V S Achuthanandan को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब V S Achuthanandan अध्ययन करने बैठें तो V S Achuthanandan को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और V S Achuthanandan की स्मरण शक्ति भी V S Achuthanandan की मदद करे। यदि V S Achuthanandan मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, V S Achuthanandan अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
V S Achuthanandan इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग V S Achuthanandan की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और V S Achuthanandan सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।