वी शांताराम
Nov 18, 1901
10:02:44
Kolhapur
74 E 19
16 N 42
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
सहानुभूति और आतिथ्य जैस गुण मिलकर V. Shantaram के चरित्र को अद्भुत बनाते हैं। V. Shantaram के अन्दर दूसरों को प्रसन्न रखने की तीव्र इच्छा है। कोई भी गुण इससे बड़ा नहीं हो सकता परन्तु इसकी अधिकता ठीक नहीं है। दूसरों के लिये V. Shantaram अपना अत्यधिक समय और धन खर्च करते हैं।V. Shantaram का व्यक्तित्व सांस्कृतिक हैं। उच्चस्तरीय साहित्य और कलात्मक कार्यों के प्रति V. Shantaram का रुझान है। यद्यपि V. Shantaram का व्यावसायिक दृष्टिकोण V. Shantaram को इनसे दूर रखने की कोशिश करता है।धन के प्रति V. Shantaram का विशिष्ट दृष्टिकोण है। कभी-कभी V. Shantaram आवश्यक वस्तुओं पर भी खर्च नहीं करते हैं तो कभी-कभी V. Shantaram मुक्त-हस्त खर्च करते जाते हैं। V. Shantaram हमेशा ही सामाजिक कार्यों में मदद करते हैं। विशेष परिस्थितियों में कुछ रुपयों को बचाने की खातिर V. Shantaram स्वयं को मुसीबत में डाल देते हैं।ाीघ्र प्रभावित होना V. Shantaram की सबसे बड़ी कमजोरी है। V. Shantaram अपने कानों पर जरूरत से ज्यादा ही विश्वास करते हैं। अनैतिक लोग V. Shantaram की इस कमजोरी को तुरन्त जान जाते हैं और वक्त-जरूरत इसका अनुचित लाभ उठाते हैं। अतः V. Shantaram ऐसे लोगों से सदैव सचेत रहें जो कि V. Shantaram के मित्र बनकर V. Shantaram के पास आते हैं।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण V. Shantaram अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। V. Shantaram व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में V. Shantaram ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और V. Shantaram को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।V. Shantaram के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से V. Shantaram किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि V. Shantaram उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी V. Shantaram को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। V. Shantaram अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना V. Shantaram को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर V. Shantaram अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है V. Shantaram को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से V. Shantaram की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण V. Shantaram अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार V. Shantaram को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना V. Shantaram उम्मीद करते हैं, लेकिन V. Shantaram के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही V. Shantaram को जीवन में सफल बनाएगी।
V. Shantaram को ऐसा लगता है कि जब V. Shantaram के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग V. Shantaram का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः V. Shantaram वही कार्य करें जो V. Shantaram करना चाहते हैं।