वसंतराव देशपांडे
May 2, 1920
12:30:00
Akola
77 E 5
20 N 40
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
Vasantrao Deshpande एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Vasantrao Deshpande की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Vasantrao Deshpande अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Vasantrao Deshpande में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Vasantrao Deshpande जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Vasantrao Deshpande संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Vasantrao Deshpande को पता लगे कि Vasantrao Deshpande का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Vasantrao Deshpande तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Vasantrao Deshpande के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Vasantrao Deshpande के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Vasantrao Deshpande के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Vasantrao Deshpande सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Vasantrao Deshpande अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Vasantrao Deshpande को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Vasantrao Deshpande को यह मानकर चलना चाहिए कि Vasantrao Deshpande को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Vasantrao Deshpande वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Vasantrao Deshpande सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Vasantrao Deshpande के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Vasantrao Deshpande को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Vasantrao Deshpande को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Vasantrao Deshpande वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् Vasantrao Deshpande से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। Vasantrao Deshpande की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता Vasantrao Deshpande को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में Vasantrao Deshpande की सहायता करती है। Vasantrao Deshpande के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।Vasantrao Deshpande लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। Vasantrao Deshpande स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में Vasantrao Deshpande की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी Vasantrao Deshpande का ज्ञान और Vasantrao Deshpande की शिक्षा। चाहे Vasantrao Deshpande अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना Vasantrao Deshpande की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही Vasantrao Deshpande को सबसे अलग रखेगी। Vasantrao Deshpande को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप Vasantrao Deshpande अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। Vasantrao Deshpande के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। Vasantrao Deshpande को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति Vasantrao Deshpande की भूख Vasantrao Deshpande को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से Vasantrao Deshpande की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी Vasantrao Deshpande अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से Vasantrao Deshpande की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
Vasantrao Deshpande के माता-पिता Vasantrao Deshpande के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये Vasantrao Deshpande को प्रभावित करते हैं। Vasantrao Deshpande जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। Vasantrao Deshpande अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।